जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर से 16 करोड़ की ठगी, ऐसे गंवाई मेहनत की कमाई
AajTak
जोधपुर में एक हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर ने ठगों के जाल में फंसकर अपनी मेहनत के 16 करोड़ 26 लाख रुपये गंवा दिए. ठगों ने उन्हें बड़े लाभ का लालच देकर शिकार बनाया है. पीड़ित की शिकायत पर साइबर सेल के एसीपी मांगीलाल राठौड मामले की जांच कर रहे हैं. जांच में सामने आया है कि ये ठग देश में कई लोगों को शिकार बना चुके हैं.
राजस्थान के जोधपुर में एक हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर से ऑनलाइन ठगी का सनसनीखेज मामला आया है. ठगों के जाल में फंसकर उसने अपनी मेहनत के 16 करोड़ 26 लाख रुपये गंवा दिए. पीड़ित एक्सपोर्टर ने महामंदिर थाने में मामला दर्ज कराया है.
गौरतलब है कि पावटा निवासी अरविंद कालानी हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर हैं. साइबर ठगों ने उन्हें बड़े लाभ का लालच देकर शिकार बनाया है. कालानी से अक्टूबर में एक महिला इस्ला ने व्हाट्सएप के जरीए कमोडिटी कारोबार के बारे में बात की थी. उसने बताया कि उसकी एक वेबसाइट है. जिसके जरिए वो कारोबार करती है. इसमें ट्रेडिंग के लिए टिप्स देते हैं.
टिप्स के बदले 40 फीसदी कमीशन
उसने चार टिप्स देने वालों से कालानी की बात भी करवाई. उन्होंने टिप्स देने के बदले चालीस फीसदी कमीशन मांगा. कहा कि ये राशि उसी दिन जमा करवानी होगी. साथ ही कहा कि एक्सपोर्टर का मुनाफा उसके वॉलेट में रहेगा, जो निश्चित समय व लिमिट से मिलेगा.
सबसे पहले चांदी की ट्रेडिंग की
इसके बाद कालानी ने मेंबरशिप लेकर चांदी की ट्रेडिंग की. उसका लाभ खाते में जमा होता गया. एग्रीमेंट के मुताबिक, उसने 40 फीसदी कमीशन की राशि (1 लाख रुपये) टिप्स देने वाले के खाते में जमा करवा दी.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.