
'जेलेंस्की और पुतिन के बीच नहीं होगी कोई मीटिंग...', रूस-यूक्रेन जंग पर बोले जर्मन चांसलर मर्ज
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जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने यह संकेत दिया कि भले ही अमेरिका और रूस के बीच बातचीत की कोशिशें हुई हों, लेकिन जेलेंस्की और पुतिन की बैठक की संभावना अब भी शून्य है. यह बयान तब आया जब कुछ घंटे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर रातभर मिसाइलों और ड्रोन से भीषण हमला किया.
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर दुनिया भर में शांति की उम्मीदों के बीच जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने साफ कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सीधी बातचीत की कोई संभावना नहीं है. मर्ज का यह बयान सीधे तौर पर इस संभावना को खत्म कर देता है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के नेता एक मंच पर मिलकर बातचीत कर सकते हैं.
फ्रांस के दक्षिणी इलाके में स्थित ब्रेगांकों फोर्ट में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एक संयुक्त कार्यक्रम में मर्ज ने यह बयान दिया. उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन की कोई मुलाकात नहीं होगी. यह पूरी तरह साफ है.”
जर्मन चांसलर ने यह संकेत दिया कि भले ही अमेरिका और रूस के बीच बातचीत की कोशिशें हुई हों, लेकिन जेलेंस्की और पुतिन की बैठक की संभावना अब भी शून्य है. मर्ज ने अमेरिका की हालिया भूमिका का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि यह स्थिति उस समझ से बिल्कुल अलग है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच पिछले हफ्ते वॉशिंगटन में बनी थी, जब हम भी वहां मौजूद थे.
यह बयान तब आया जब कुछ घंटे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर रातभर मिसाइलों और ड्रोन से भीषण हमला किया. राजधानी कीव में हुए इन हमलों में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार बच्चे भी शामिल थे. इस हमले के बाद अमेरिकी विशेष दूत ने टिप्पणी की कि रूस की यह कार्रवाई राष्ट्रपति ट्रंप की शांति स्थापित करने की कोशिशों को सीधा नुकसान पहुंचा रही है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी मर्ज के साथ खड़े होकर यूरोप की स्थिति पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि फ्रांस और जर्मनी, दोनों देश यूरोप के भविष्य को लेकर एक ही सोच पर हैं और अर्थव्यवस्था, व्यापार और रक्षा निवेश जैसे मुद्दों पर पूरी तरह सहमत हैं. मैक्रों ने कहा, “जब फ्रांस और जर्मनी के बीच मतभेद होते हैं, तो यूरोप के फैसलों में देरी होती है. लेकिन जब हम दोनों सहमत होते हैं, तो काम तेजी से आगे बढ़ता है.”

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