जिंदा रहकर पूरी नहीं हुई दिलीप कुमार की ख्वाहिश, क्या पूरी करेगा पाकिस्तान?
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दिलीप कुमार का जन्म पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. अपने बचपन के कुछ सालों बाद ही कुमार परिवार समेत भारत आ गए थे. ऐसे में पाकिस्तान में वे छोड़ आए थे अपना पुश्तैनी मकान, जो आज वहां के सरकार की देखरेख में है. दिलीप साहब की दिली तमन्ना थी कि वे अपने इस मकान को म्यूजियम में तब्दील कर दें. अपनी इसी अधूरी ख्वाहिश के साथ इस दुनिया से रुख्सत हो गए.
सिनेमा जगत के लिजेंड दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे. हर दिल अजीज दिलीप साहब की आखिरी ख्वाहिश थी कि वे अपनी सौ साल पुरानी पुश्तैनी मकान को म्यूजियम में तब्दील होते देखें. हालांकि मामला कानून और सरकार के बीच फंस कर रह गया और दिलीप की यह आखिरी ख्वाहिश अधूरी रह गई.More Related News