
जन धन खातों की संख्या 50 करोड़ पार, मुफ्त में बांटे गए 34 करोड़ रुपे कार्ड, पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक
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मोदी सरकार ने 2014 में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए जन धन बैंक खाते खोलने के लिए बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी कवायद शुरू की थी. जनधन खातों से लगभग 34 करोड़ रुपे कार्ड मुफ्त में जारी किए गए हैं.
देश में जनधन खातों (Jan Dhan Accounts) की संख्या 50 करोड़ के रिकॉर्ड आंकड़े को पार कर गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को इसे एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताते हुए सराहना की. पीएम मोदी ने मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया कि यह देखकर खुशी हुई कि इन 50 करोड़ जनधन खातों में से आधे से अधिक महिलाओं के हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया था कि देश में जनधन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है, जिनमें से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इनमें से लगभग 67 फीसदी खाते ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों में खोले गए हैं.
महिलाओं की बड़ी हिस्सेदारी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- 'यह देखकर खुशी हो रही है कि इनमें से आधे से अधिक खाते हमारी नारी शक्ति के हैं. 67 फीसदी खाते ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों में खोले गए हैं. हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि इनका लाभ मिले. वित्तीय समावेशन हमारे देश के हर कोने तक पहुंचे.'
इतने करोड़ रुपये हैं जमा
वित्त मंत्रालय ने कहा कि जन धन खातों में कुल जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. जबकि इन खातों से लगभग 34 करोड़ रुपे कार्ड मुफ्त में जारी किए गए हैं. मोदी सरकार ने 2014 में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए जन धन बैंक खाते खोलने के लिए बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी कवायद शुरू की. इसका मकसद सीधा लाभ सहित कई वित्तीय सेवाओं को आसानी से गरीबों तक पहुंचाना था.













