
चिकन-800... चावल 340 रुपये किलो, बदहाल PAK को भारत के इस कदम से लगेगी करारी चोट!
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India Vs Pakistan: पाकिस्तान पहले से पही आर्थिक संकट और महंगाई की मार से बदहाल है और पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत की ओर से लिए गए ट्रेड पर बैन के फैसले से पड़ोसी देश की मुसीबत और बढ़ने वाली है.
पहलगाम के आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी (India-Pakistan Tension) बढ़ती जा रही है. भारत द्वारा हमले के तुरंत बाद लिए गए फैसलों से एक ओर जहां पड़ोसी मुल्क पानी के लिए तिलमिलाने वाला है, तो वहीं ट्रेड बंद होने से करीब 3800 करोड़ रुपये का द्विपक्षीय व्यापार ठप पड़ेगा.
ऐसे में पहले से महंगाई की आंच में झुलस रहे पाकिस्तानियों (Pakistan Inflation) के लिए उन जरूरी सामानों को खरीदना भी मुश्किल हो सकता है, जो भारत से भेजे जा सकते हैं, इनमें दवाइयों से लेकर रोजर्मरा की जरूरत के सामान शामिल हैं और इनकी किल्लत से कीमतों में जोरदार इजाफा हो सकता है.
3800Cr से ज्यादा के कारोबार पर ब्रेक! रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल अटारी के वाघा बॉर्डर के जरिए भारत और पाकिस्तान के बीच 3838.53 करोड़ रुपये का द्विपक्षीय कारोबार (India-Pak Trade) हुआ था. ये आंकड़ा लैंड पोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक है और इस कारोबार में भारत में अफगानिस्तान व अन्य देशों से पाकिस्तान के रास्ते आने वाले सामान भी शामिल हैं. अब पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack ) के मद्देनजर अटारी में चेक पोस्ट बंद करने के भारत के फैसले से इस कारोबार पर ब्रेक लग जाएगा.
पाकिस्तान में दवाओं समेत इन चीजों की होगी किल्लत यहा बता दें कि भारत और पाकिस्तान में होने वाले ट्रेड में India की ओर से Pak में बड़ी मात्रा में दवाइयां, केमिकल और फ्रूट एंड वेजिटेबल, पोल्ट्री फीड भेजा जाता था, भारत पाकिस्तान से देश में ड्राई फ्रूट, जिप्सम और रॉक सॉल्ट समेत कई आइटम्स आते थे. ऐसे में अब बॉर्डर सील होने के बाद पड़ोसी मुल्क में दवाओं से लेकर अन्य जरूरी सामनों की किल्लत होने तय है, जिससे इनकी कीमतों में जोरदार इजाफा होगा और महंगाई की मार और भी अधिक बढ़ जाएगी.
इंडिया टुडे पर एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया कि पाकिस्तानी स्वास्थ्य अधिकारियों ने भारत के साथ व्यापार संबंधों के निलंबन के जवाब में दवा आपूर्ति को सुरक्षित करने के लिए इमरजेंसी उपाय शुरू कर दिए हैं. इसमें बताया गया कि वर्तमान में पाकिस्तान अपने फार्मास्यूटिकल कच्चे माल के 30% से 40% के लिए सीधे भारत पर निर्भर है.

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