चलती ट्रेन में दो यात्रियों की गर्दन पर धारदार हथियार से हमला, यात्रियों में मची अफरा-तफरी
AajTak
ओडिशा में खौफनाक घटना सामने आई है. यहां चलती ट्रेन में एक व्यक्ति ने दो यात्रियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. आरोपी ने यात्रियों के गले पर अटैक किया, जिससे दोनों की हालत गंभीर हो गई. पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
ओडिशा में एक व्यक्ति ने चलती ट्रेन में दो यात्रियों की गर्दन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. इससे दोनों की हालत गंभीर हो गई. रेलवे पुलिस ने दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, ओडिशा के गंजम जिले के रहने वाले बी.चंद्रशेखर रेड्डी और सिकंदराबाद के बी.त्रिनाथ गांधीधाम-पुरी ट्रेन की जनरल बोगी में यात्रा कर रहे थे. इस दौरान सीट पर बैठने को लेकर बरहामपुर क्षेत्र के छगला नाइक नाम के सह-यात्री से उनकी बहस हो गई. इस दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि छगला नाइक ने रेड्डी और त्रिनाथ पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. आरोपी ने दोनों की गर्दन पर वार किया था.
जीआरपी पुलिस के नीलकंठ बेहरा ने कहा कि ट्रेन में एक महिला और उसका पति यात्रा कर रहा था. उसी दौरान दंपत्ति के पास बैठे दो लोगों के व्यवहार से महिला को असहज लगा. इसके बाद अगले स्टेशन पर वे दोनों उतर गए और दो अन्य यात्री आकर बैठ गए.
यह भी पढ़ेंः महिला हेड कांस्टेबल पर चलती ट्रेन में हमला, धारदार हथियार से सिर-आंख पर किए कई वार
इस बार महिला के पति को लगा कि सीट पर आकर बैठे दोनों लोग पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने वालों के साथी हैं. इसलिए उसने बिना हकीकत जाने उन पर हमला कर दिया.
आरपीएफ ने घायलों को पहुंचाया अस्पताल
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया. अटैक के बाद गाड़ी खड्ड में जा गिरी, जिसमें 10 मौतें हो चुकीं. घटना नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण के दौरान हुई. अब विपक्ष इसे लेकर हमलावर है. वो आरोप लगा रहा है कि जम्मू-कश्मीर एक बार फिर टैरर हॉटस्पॉट बन चुका. जानिए, क्या कहते हैं आंकड़े.