
चंडीगढ़ः पुलिस की नाक के नीचे से चोरी हो गई थी पीतल की तोप, 20 दिन बाद भी नहीं मिला सुराग
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चोरी की ये सनसनीखेज वारदात चंडीगढ़ के सेक्टर 1 की है. जहां पंजाब सशस्त्र पुलिस की 18वीं बटालियन का मुख्यालय है. वहां पुलिस के आला अधिकारी और तमाम पुलिसकर्मी आते जाते रहते हैं. परिसर के मुख्य द्वार पर दो संतरी पोस्ट भी हैं.
Heritage Brass Cannon theft: चंडीगढ़ के सबसे पॉश या फिर कहें कि वीवीआईपी इलाके में मौजूद है पंजाब आर्म्ड पुलिस का मुख्यालय. जिसकी शान बढ़ाने के लिए वहां एक हेरिटेज श्रेणी की तोप रखी गई थी. उसी तोप को पुलिस की नाक के नीचे से अज्ञात शातिर चोरों ने चुरा लिया है. चोरी के 20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस उस तोप का पता नहीं लगा पाई है.
चोरी की ये सनसनीखेज वारदात चंडीगढ़ के सेक्टर 1 की है. जहां पंजाब सशस्त्र पुलिस की 18वीं बटालियन का मुख्यालय है. वहां पुलिस के आला अधिकारी और तमाम पुलिसकर्मी आते जाते रहते हैं. परिसर के मुख्य द्वार पर दो संतरी पोस्ट भी हैं. जहां 24 घंटे दिन रात हथियार बंद संतरी तैनात रहते हैं. अंदर बटालियन के हजारों पुलिसकर्मी होते हैं.
ऐसे में जीओ मेस के ठीक सामने से 300 किलो वजन की हेरिटेज तोप का चोरी हो जाना पुलिस पर कई सवाल खड़े करता है. अब इस मामले में पुलिस विभाग खामोश है. पुलिस के अधिकारी भी इस बारे में बात करने को तैयार नहीं हैं. हालांकि बटालियन मुख्यालय के आस-पास लगे सीसीसीटी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. इस मामले की जांच पड़ताल भी तेजी से चल रही है.
वारदात के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 379 के तहत मामला दर्ज किया था. इससे पहले शातिर चोरों ने 5 और 6 मई की दरम्यानी रात पीतल की तोप को चोरी कर लिया था. ये घटना ठीक पंजाब और हरियाणा सचिवालय के पीछे जीओ मेस की है.
चोरी के पांच दिन बाद 82 बटालियन के कमांडेंट बलविंदर सिंह को इस घटना की जानकारी मिली थी. इसी के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज किया था. आपको बता दें कि लगभग डेढ़ वर्ष पहले पीतल की तोप 82 बटालियन के स्टोर रूम में थी. जिसे वहां से निकाल कर बटालियन के मुख्य द्वार पर रखा गया था. वो तोप पंजाब आर्म्ड पुलिस के लिए एक अहम धरोहर थी.
आपको बताते चलें कि 82 बटालियन में तैनात जवानों पर पंजाब के मुख्यमंत्री सहित अन्य वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा होता है. इस तरह की वारदात के बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग गया है.

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