ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार, अफसरों समेत 8 के खिलाफ एफआईआर
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ग्रेनो प्राधिकरण से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में अफसरों समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ये मुकदमे सूरजपुर थाने की पुलिस ने दर्ज किए हैं.
ग्रेटर नोएडा (ग्रेनो) प्राधिकरण में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है. ग्रेनो प्राधिकरण में 20 साल से किसान के साथ फ्रॉड करते आ रहे अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य के खिलाफ शिकंजा कसने लगा है. ग्रेनो प्राधिकरण से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में अफसरों समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ये मुकदमे सूरजपुर थाने की पुलिस ने दर्ज किए हैं. आरोप है कि दो मैनेजरों ने मिलकर किसान के 6 फीसदी आबादी के प्लाट में घोटाला कर दिया. अब मैनेजर कैलाश भाटी, असिस्टेंट संजीव शर्मा और पूर्व मैनेजर अरविंद मोहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके साथ ही ऐसे लोगों की तादाद आठ पहुंच गई है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें अफसर भी शामिल हैं.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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