गोवा: रमेश तावड़कर ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए किया नॉमिनेशन, प्रमोद सावंत रहे मौजूद
AajTak
गोवा के कैनकोना सीट से भाजपा विधायक रमेश तावडकर ने रविवार को गोवा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेशन कर दिया. इस दौरान प्रमोद सावंत मौजूद रहे. प्रमोद सावंत सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
कैनकोना से भाजपा विधायक रमेश तावडकर ने गोवा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए रविवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ मनोनीत मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौजूद रहे.
तावडकर के नॉमिनेशन के दौरान मौजूद प्रमोद सावंत ने कहा कि हमें अध्यक्ष पद के चुनाव में तावडकर की जीत का पूरा भरोसा है. इस दौरान प्रमोद सावंत ने अपनी सरकार को दो या तीन अन्य विधायकों के समर्थन मिले का दावा किया है. वे विधायक किस पार्टी के हैं, पूछे जाने पर उन्होंने पार्टी और विधायक का नाम लेने से इनकार कर दिया.
इस बीच पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस गोवा भाजपा नेतृत्व के साथ बैठक करने और पहले दौर में नए मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए रविवार शाम को गोवा पहुंचे.
बता दें कि सोमवार को गोवा के तालेगाओ इलाके में स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. सावंत के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे.
सावंत दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे. उन्होंने कड़े चुनावी मुकाबले के बाद लगातार तीसरी बार संक्वेलिम विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के धर्मेश सगलानी को 666 वोटों के मामूली अंतर से हराया है.
ये भी पढ़ें
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया है. ऐसे में जल्द ही नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जानकारी के अनुसार एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है. जानकारों का मानना है कि अगर एनडीए ही नई सरकार बनाती है, तो इस बार कैबिनेट जरूर पूरी तरह से बदली हुई नजर आएगी.
लोकसभा चुनाव नतीजों में कश्मीर का जनादेश चौंकाने वाली रहा. 'नया कश्मीर' ने दो हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों से राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती की जगह जेल में बंद इंजीनियर राशिद को चुना है. चुनाव के दिन सूबे की जनता ने ऐतिहासिक रूप से बड़ी संख्या में घरों से निकलकर ऐसी नाटकीय पटकथा लिखी जिसने जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला और मुफ़्ती की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.