गुलाम नबी आजाद G-23 नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, क्या है सियासी मकसद
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद उस समय जम्मू जा रहे हैं जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर जम्मू में डेरा डाल कर संभाग में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं. गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के कई नेता भी जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं.
राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने और संसद से विदाई के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद अपनी गृह राज्य जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को पहुंचेंगे. आजाद उस समय जम्मू जा रहे हैं जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर जम्मू में डेरा डाल कर संभाग में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं. गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के कई नेता भी जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. संसद से विदाई के बाद गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो G23 के कुछ नेताओं भी शनिवार को उनके साथ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे. इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, विवेक तंखा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और अखिलेश सिंह जैसे नेता शामिल हैं.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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