गुजरातः क्या 2022 के विधानसभा चुनाव में BJP और AAP के बीच होगा मुकाबला
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सूरत को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि कहा जाता है कि सूरत में पाटीदार जो रणनीति बनाते हैं उसका सीधा असर सौराष्ट्र में देखने मिलता है और वही 2017 के विधानसभा चुनाव में भी देखने मिला था. लेकिन यह पहली बार है कि गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कोई दूसरी पार्टी उभर कर आई है.
गुजरात के छह नगर निगम के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, भावनगर और जामनगर में बंपर जीत हासिल की है, लेकिन इस जीत का मजा तब किरकिरा हो गया जब सूरत में आम आदमी पार्टी (AAP) दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी और सूरत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का गढ़ माना जाता है और पाटिल यहीं से सांसद भी हैं. सूरत को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि कहा जाता है कि सूरत में पाटीदार जो रणनीति बनाते हैं उसका सीधा असर सौराष्ट्र में देखने मिलता है और वही 2017 के विधानसभा चुनाव में भी देखने मिला था. लेकिन यह पहली बार है कि गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कोई दूसरी पार्टी उभर कर आई है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.