
गाजियाबाद: पुलिस लाइन में ट्रैफिक कांस्टेबल ने की आत्महत्या, पुलिस ने बताई ये वजह
AajTak
कविनगर सहायक पुलिस आयुक्त अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि कांस्टेबल पंकज कुमार ने पुलिस लाइन में पुल-अप बार से फांसी लगा ली. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने पुलिस लाइन में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को हुई.
पीटीआई के मुताबिक कविनगर सहायक पुलिस आयुक्त अभिषेक त्रिपाठी ने बताया, "कांस्टेबल पंकज कुमार ने पुलिस लाइन में पुल-अप बार से फांसी लगा ली. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया."
अधिकारी ने बताया, "पंकज कुमार 2016 में पुलिस बल में शामिल हुए थे और अविवाहित थे. प्रथम दृष्टया, उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह कुछ व्यक्तिगत मुद्दों से परेशान थे."
मंगलवार को प्रॉपर्टी डीलर ने किया था सुसाइड
बता दें कि कविनगर के आरकेपुरम में मंगलवार देर रात एक प्रॉपर्टी डीलर प्रमोद कुमार (54) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था. इसमें आर्थिक तंगी के कारण जान देने की बात लिखी गई है. एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि प्रमोद के बेटे सिद्धार्थ ने पुलिस को पिता के आत्महत्या करने की जानकारी दी थी. प्रारंभिक जांच में आर्थिक तंगी की बात सामने आई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










