गहलोत सरकार से मिले iPhone 13 पर बंटे BJP विधायक, विधानसभा अध्यक्ष से लगाई गुहार
AajTak
राजस्थान में विधायकों को मिले iPhone 13 को लेकर विवाद शांत होता नहीं दिख रहा है. बीजेपी की तरफ से अपने विधायकों को फोन वापस करने का निर्देश जरूर दिया गया है, लेकिन पार्टी के ही कई नेता इस फैसले से खुश नहीं हैं.
राजस्थान में इस समय विधायकों को दिए गए iPhone 13 को लेकर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. बजट सत्र के दौरान जो iPhone 13 सभी विधायकों को दिए गए थे, उसको लेकर बीजेपी ने बड़ा फैसला लिया. पार्टी की तरफ से अपने विधायकों से उस फोन को वापस देने की बात कर दी गई.
अब बीजेपी ने तो फरमान जारी कर दिया, लेकिन पार्टी के ही कुछ नेता इससे खुश नजर नहीं आए. कुछ विधायक तो ऐसे भी सामने आ गए जिन्होंने इस मुद्दे को लेकर सीधे विधानसभा अध्यक्ष से अपील कर दी. कहा गया कि आप हीं निर्देश दे तो हमें फ़ोन वापस मिल जाए. BJP विधायक नरपत सिंह राजवी ने तो यहां तक कह दिया कि हमने iPhone नहीं लौटाए क्योंकि यह फैसला विधायक दल की बैठक में नहीं हुआ था. हर बार बजट के बाद गिफ़्ट मिलता है, कोई नया तो मिला नहीं है जो लौटाने को बोल रहे हैं.
बीजेपी के ही दूसरे विधायक ने कहा कि फ़ोन लेकर घर गया तो भतीजे का बर्थडे था, उसे गिफ्ट में दे दिया. पार्टी ने कहा तो वापस नया ख़रीद कर जमा कराया. अब बीजेपी ने जरूर इस मुद्दे पर अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया है, पार्टी के अंदर ही इसको लेकर लड़ाई भी दिख रही है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की तरफ से दो टूक जवाब सामने आया है.
उन्होंने बयान में कहा है कि मैं आदेश देता हूं कि जिन विधायकों ने iPhone 13 लौटाए हैं, वह वापस लें. जो आईफ़ोन विधायकों को विधायी कार्य करने के लिए दिया गया है जिससे जनता के काम हो सकें, उसे वापस लें और जनता का काम करें. विधानसभा अध्यक्ष की इस प्रतिक्रिया के बाद बीजेपी फिर अपने फैसले पर विचार करने की बात कह रही है, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने 23 फरवरी को बजट पेश करने के बाद, सत्ता पक्ष एवं विपक्ष समेत 200 विधायकों को राज्य सरकार की तरफ से iPhone 13 गिफ्ट किया था. तब बीजेपी ने इसे लोकलुभावन कहते हुए सवाल खड़े किए थे, लेकिन उसके विधायकों ने आईफोन ले लिए थे. फिर बाद में पार्टी ने बैठक के बाद उन फोन को वापस करने का फैसला ले लिया.
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1,495 वाहनों की क्षमता वाले बीस पार्किंग स्थल स्थापित किए. उन्होंने पार्किंग प्रबंधन के लिए एक क्यूआर कोड-आधारित प्रणाली शुरू की. उन्होंने यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा मार्गों पर नियंत्रित वाहन आवाजाही के लिए 3-4 होल्डिंग पॉइंट बनाए. केदारनाथ मार्ग पर बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं.
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि राहुल गांधी हर विषय पर बिना समझे बयान देते रहते हैं. उन्होंने राहुल गांधी के बयानों को चुनौती देते हुए कहा कि वे बिना गहराई से समझे, विषयों पर टिप्पणी कर देते हैं. उन्होंने राफेल, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) के मामलों का उदाहरण दिया. देखें वीडियो.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मामले में एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी इस मामले पर बयानबाजी नहीं कर सकती क्योंकि सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कानूनी रूप से पैसा मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि यह सब पर्लियामेंट के द्वारा लागू किए गए निर्णय के अनुसार हुआ है. वित्त मंत्री ने और क्या कहा, देखें वीडियो.