
खंडहर शहर, जमींदोज इमारतें, लाशों का ढेर... इजरायली कहर के बीच दिखा गाजा की तबाही का खौफनाक मंजर
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इजरायल ने दक्षिणी गाजा की जमीन पर लड़ रहे अपने सभी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया है. वहीं खान यूनिस शहर से इजरायली सैनिकों की हुई वापसी के बाद समाने आई तस्वीरों में हैरान करने वाली तबाही दिख रही है. पूरा शहर बर्बाद हो चुका है. हर तरफ तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है.
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के छह महीने पूरे हो चुके हैं. इस दौरान गाजा में 33 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. लाखों लोग गंभीर रूप से घायल हैं. बचे हुए लोग भूख से तड़प रहे हैं. इसी बीच इजरायल ने दक्षिणी गाजा की जमीन पर लड़ रहे अपने सभी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया है. वहीं खान यूनिस शहर से इजरायली सैनिकों की हुई वापसी के बाद समाने आई तस्वीरों में हैरान करने वाली तबाही दिख रही है. पूरा शहर बर्बाद हो चुका है. हर तरफ तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है.
इजरायली हमले में गाजा का शहर खान यूनिस खंडहर में तब्दील हो चुका है. घर जमींदोज नजर आ रहे हैं. स्कूल, अस्पताल और स्टेडियम का नामोनिशान मिट गया है. यहां-वहां लाशों का ढ़ेर लगा है. सड़कें और पुल टूटे-फूटे नजर आ रहे हैं. पिछले 6 महीने से इजरायली हमले झेल रहा शहर अब शांत है. क्योंकि इजरायली सैनिक यहां से जा चुके हैं. अब फिलिस्तीनी तबाही के बीच अपने घरों को लौट रहे हैं. दोबारा जिंदगी शुरू करने की सोच रहे हैं, लेकिन ज्यादतर लोग अपने घरों को पहचान ही नहीं पा रहे.
इजरायली बमबारी की वजह से खान यूनिस शहर का हुलिया ही बदल गया है. इजरायली सैनिकों के खान यूनिस से जाने के बाद सामने आई तस्वीरों ने सभी को हैरान परेशान कर दिया है. खान यूनिस से विस्थापित अहमद अबू रीश ने बताया, ''हम यह देखने आए थे कि घर का क्या हुआ लेकिन हमें पहले तो कोई घर नहीं मिला. यह सिर्फ मलबा है. आप यहां नहीं रह सकते. जानवर यहां नहीं रह सकते, तो इंसान कैसे रहेगा? विनाश अवास्तविक है." गाजा में इजरायली सेना द्वारा की गई तबाही के सबूत हर जगह साफ नजर आ रहे हैं.
इजरायल ने दक्षिणी गाजा की जमीन पर लड़ रहे अपने सभी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया है. आईडीएफ का कहना है कि उसने गाजा के ख़ान यूनिस क्षेत्र में अपना मिशन पूरा कर लिया है. वो अब रफाह पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है. मिस्र और गाजा के सीमा पर मौजूद रफाह ही एकलौता ऐसा इलाका बचा है, जहां इजरायल की सेना अभी तक नहीं पहुंची है. आईडीएफ यदि रफाह में जमीनी अभियान चलाती है तो बड़ी तादाद में फिलिस्तीनी हताहत होंगे, क्योंकि यहां पर 13 लाख से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है.

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