
क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिकी कांग्रेस में ‘क्वाड कॉकस’ का गठन
AajTak
कांग्रेस सदस्य अमी बेरा, रॉब विटमैन और सीनेटर टैमी डकवर्थ व पेट रिकेट्स ने क्वाड कॉकस के गठन की घोषणा की. क्वाड कॉकस के गठन का उद्देश्य कुछ और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित कराना है. बेरा ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ ही यह आवश्यक है कि अमेरिका हमारे क्वाड भागीदारों के साथ संबंधों को मजबूत करना जारी रखे.
अमेरिका में होने वाले क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले अमेरिकी सांसदों के एक द्विदलीय समूह ने शुक्रवार को अमेरिकी कांग्रेस में ‘क्वाड कॉकस’ का गठन कर लिया और इसकी घोषणा कर दी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं को क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए डेलावेयर के विलमिंगटन स्थित अपने आवास में आमंत्रित किया है. क्वाड नेता शिखर सम्मेलन के दौरान बुनियादी ढांचे, समुद्री सुरक्षा, सार्वजनिक-निजी भागीदारी, जलवायु, स्वास्थ्य, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों तथा अंतरिक्ष जैसे विषयों पर प्रमुख पहलों पर चर्चा कर सकते हैं.
कांग्रेस सदस्य अमी बेरा, रॉब विटमैन और सीनेटर टैमी डकवर्थ व पेट रिकेट्स ने क्वाड कॉकस के गठन की घोषणा की. क्वाड कॉकस के गठन का उद्देश्य कुछ और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित कराना है. बेरा ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ ही यह आवश्यक है कि अमेरिका हमारे क्वाड भागीदारों के साथ संबंधों को मजबूत करना जारी रखे.
अमेरिकी प्रतिनिधि एमी बेरा (डेमोक्रेट-सीए), रॉब विटमैन (रिपब्लिकन-वीए), सीनेटर टैमी डकवर्थ (डेमोक्रेट-आईएल) और पीट रिकेट्स (रिपब्लिकन-एनई) ने इस पहल का नेतृत्व किया. यह कॉकस अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाया गया है. समिट की मेज़बानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा विलमिंगटन, डेलावेयर में की जाएगी.
एक सीनियर व्हाइट हाउस ऑफिसर ने इंडिया टुडे को बताया कि यह कॉकस द्विदलीय समर्थन को प्रदर्शित करता है, जो ट्रंप प्रशासन के दौरान शुरू हुई क्वाड मंत्रीस्तरीय बैठकों को पिछले 8 वर्षों से मिल रहा है. अधिकारी ने यह भी बताया कि एक नया क्वाड कोस्टल गार्ड गठबंधन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बनाया जा रहा है, जिसमें भारत की नेतृत्व भूमिका की सराहना की गई है.
क्वाड (अमेरिका, जापान, भारत, ऑस्ट्रेलिया) का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक में स्वतंत्रता और खुलेपन को बढ़ावा देना है. इस गठबंधन का ध्यान बुनियादी ढांचे, समुद्री सुरक्षा, जलवायु, सार्वजनिक-निजी भागीदारी, स्वास्थ्य और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रहेगा. प्रतिनिधि एमी बेरा ने कहा, "इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि के लिए अमेरिका को अपने क्वाड साझेदारों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखना आवश्यक है. क्वाड कॉकस इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है."
प्रतिनिधि रॉब विटमैन ने उभरती चुनौतियों के प्रति क्वाड के सहयोग को महत्वपूर्ण बताया, जबकि सीनेटर टैमी डकवर्थ ने इसे क्षेत्रीय समृद्धि और स्थिरता के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता का प्रतीक माना. सीनेटर पीट रिकेट्स ने कहा कि "क्वाड जैसी साझेदारियां इंडो-पैसिफिक में स्वतंत्रता और समृद्धि की रक्षा करने के लिए आवश्यक हैं." इस कॉकस के गठन से अमेरिका के इंडो-पैसिफिक सहयोगियों के साथ दीर्घकालिक सहयोग की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







