क्या Amazon के कर्मचारियों को काम के बोझ के चलते बोतल में करना पड़ता है पेशाब?
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दुनिया की सबसे लोकप्रिय वेबसाइट में शुमार एमेजॉन पर पिछले कई सालों से उसके कर्मचारियों के शोषण के आरोप लगते रहे हैं. अब अमेरिका के एक नेता के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने के बाद एमेजॉन कंपनी फिर विवादों में है. मार्क पोकन नाम के इस शख्स ने ट्वीट में लिखा था कि अपने कर्मचारियों को 15 डॉलर प्रति घंटे देने से आप प्रोग्रेसिव वर्क प्लेस नहीं बन जाते हैं खासतौर पर तब जब आपके कर्मचारियों को काम के बोझ के चलते बोतलों में पेशाब करना पड़ता है.
दुनिया की सबसे लोकप्रिय वेबसाइट में शुमार एमेजॉन पर पिछले कई सालों से उसके कर्मचारियों के शोषण के आरोप लगते रहे हैं. अब अमेरिका के एक नेता के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने के बाद एमेजॉन कंपनी फिर विवादों में है. मार्क पोकन नाम के इस शख्स ने ट्वीट में लिखा था कि अपने कर्मचारियों को 15 डॉलर प्रति घंटे देने से आप प्रोग्रेसिव वर्क प्लेस नहीं बन जाते हैं खासतौर पर तब जब आपके कर्मचारियों को काम के बोझ के चलते बोतलों में पेशाब करना पड़ता है. (एमेजॉन ड्राइवर/सोशल मीडिया) 1/2 You don’t really believe the peeing in bottles thing, do you? If that were true, nobody would work for us. The truth is that we have over a million incredible employees around the world who are proud of what they do, and have great wages and health care from day one. इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एमेजॉन ने लिखा कि आप बोतलों में पेशाब वाली बात में विश्वास नहीं करते हैं, है ना? क्योंकि अगर ऐसा होता तो कोई भी हमारे लिए काम नहीं कर रहा होता. सच ये है कि हमारे साथ एक मिलियन से अधिक शानदार कर्मचारी मौजूद हैं जो हमारे काम को लेकर बेहद गर्व महसूस करते हैं और इन लोगों को ना केवल अच्छी सैलरी बल्कि बेहतरीन हेल्थ केयर भी पहले दिन से ही मिलनी शुरू हो जाती है. एमेजॉन के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और कई पत्रकार और एक्टिविस्ट्स इस कंपनी के बारे में सबूत देकर एमेजॉन के इस ट्वीट को लेकर आईना दिखा रही है. लॉरेन नाम की महिला ने ट्वीट कर लिखा- एक लेबर रिपोर्टर के तौर पर मैं एमेजॉन को काफी अच्छे से कवर कर चुका हूं और मैं दावे से कह सकता हूं कि एमेजॉन का वर्क लोड ऐसा है कि ड्राइवर्स को पेशाब करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है. इके अलावा जेम्स ब्लडवर्थ नाम के शख्स ने भी लिखा कि मैं ही वो व्यक्ति हूं जिसे बोतल में पेशाब मिला था. मेरा यकीन कीजिए. ऐसा होता है. I was the person who found the pee in the bottle. Trust me, it happened. https://t.co/U76UlDRWSOकोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.
Electric Scooter Fire: बीते दिनों दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में चार मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई. जिस इमारत में आग लगी उसके बेसमेंट में 11 टू-व्हीलर खड़े थें जिनमें एक इलेक्ट्रिक इस्कूटर भी था. बताया जा रहा है कि, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज में लगाया गया था और सबसे पहले आग इसी स्कूटर में लगी थी.