
कोरोना पर हालात ‘बद से बदतर’ होने की चेतावनी, जानिए 1 महीने में कैसे बदल गए हालात, 10 Points
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देश में कोरोना वायरस का संकट एक बार फिर गहराता दिख रहा है. बीते कुछ दिनों में जिस तरह हर रोज आने वाले मामलों की संख्या बढ़ी है, उससे सरकार की चिताएं भी बढ़ गई हैं.
देश में कोरोना वायरस का संकट एक बार फिर गहराता दिख रहा है. बीते कुछ दिनों में जिस तरह हर रोज आने वाले मामलों की संख्या बढ़ी है, उससे सरकार की चिंता भी बढ़ गई हैं. यही कारण है कि बीते दिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस बात को स्वीकारा की कोरोना पर हालात बद से बदतर होते दिख रहे हैं. बीते साल की तरह ही इस बार भी मार्च-अप्रैल में कोरोना ने पूरी तरह करवट बदली है. मौजूदा वक्त में देश में कोरोना को लेकर क्या हालात हैं, दस प्वाइंट में समझें... 1. बुधवार यानी 31 मार्च तक भारत में एक बार फिर एक्टिव केस की संख्या साढ़े पांच लाख के आंकड़े को पार कर गई है. अभी देश में कुल 5.52 लाख एक्टिव केस हैं. वैसे कुल मामलों की संख्या 1.21 करोड़ है. 2. अगर एक मार्च की बात करें, तो देश में तब एक्टिव केस की संख्या 1.76 लाख थी. आंकड़ा बताता है कि कैसे मार्च में कोरोना ने अपना विकराल रूप धारण किया और लगातार मामलों की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है. 3. स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘देश में कोरोना के हालात बद से बदतर की ओर बढ़ रहे हैं, कुछ राज्यों में दिक्कत अधिक है जिससे पूरे देश में खतरा बढ़ रहा है. ऐसे मौके पर लापरवाही हुई तो हालात और चिंताजनक होंगे’. 4. देश में जिन जिलों में सबसे अधिक कोरोना के एक्टिव केस हैं, उनमें से अधिकतर महाराष्ट्र के ही हैं. अभी पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु अर्बन, नांदेड़, दिल्ली और अहमदनगर में सबसे अधिक मामले हैं. 5. कोरोना पॉजिटिव रेट की रफ्तार भी सबसे अधिक महाराष्ट्र में है. जहां देश का औसत अभी 5.65 फीसदी पर है, जबकि महाराष्ट्र का औसत 23 फीसदी तक पहुंच गया है. महाराष्ट्र के बाद दूसरा नंबर पंजाब का है, जहां ये औसत 8.82 फीसदी है.
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