
केन्या के मसाई मारा में जंगल की अनोखी दुनिया, देखें अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय
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केन्या के मसाई मारा जंगल और भारत के विभिन्न जंगलों में जंगली जीवन की गहराईयों को दिखाता है. मसाई मारा में शेर, हाथी, चीता और अन्य वन्यजीवों का संघर्ष और प्रकृति के अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं. साथ ही भारत के सुंदरबन और सासन गिर जैसे जंगलों में वन्यजीव संरक्षण के महत्व को भी उजागर किया गया है. देखें अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय.

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भारत की चिंता के बाद ढाका ने भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान को 'तथ्यहीन' बताया है. बांग्लादेश सरकार ने कहा कि कुछ आपराधिक घटनाओं को हिंदुओं के खिलाफ उत्पीड़न के रूप में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और भारत में इनका इस्तेमाल बांग्लादेश विरोधी माहौल बनाने के लिए किया जा रहा है.

टीएमसी ने 2026 बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया है. बीजेपी ने इसे सीधा-सीधा घुसपैठ और तुष्टिकरण की राजनीति से जोड़ दिया है और ये आरोप ऐसे वक्त में लगे हैं जब घुसपैठ का मुद्दा बंगाल की राजनीति की धुरी बन चुका है. हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद के निर्माण की शुरुआत करके बंगाल की मिट्टी में ध्रुवीकरण को नया रंग दिया है. तो क्या बंगाल में स्लोगन के सहारे राजनीति होगी या फिर फैसला मुद्दों पर होगा? देखें दंगल.

केन्या के मसाई मारा नेशनल रिजर्व से जंगल की अनसुनी कहानियां सामने आई हैं. वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट अजय दुबे ने बताया कि शेर क्यों ज़्यादातर समय आराम करते हैं, हाथियों के झुंड की अगुवाई हथिनी क्यों करती है और लाखों विल्डबीस्ट-ज़ेब्रा हर साल पलायन क्यों करते हैं. यह रिपोर्ट जंगल के संतुलन और जीवन के संघर्ष को दिखाती है.

नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम करने को लेकर सख्त रुख दिखाते हुए कहा कि वैकल्पिक ईंधन को अपनाना अब जरूरी है, वरना यूरो 6 जैसे कड़े इमिशन नॉर्म्स लागू किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर कंपनियों ने 100 फीसदी इथेनॉल और सीएनजी से चलने वाले फ्लेक्स इंजन ट्रैक्टर तैयार कर लिए हैं.

वाटरमैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर पर्यावरणविद् और जल संरक्षण कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह ने मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत को पत्र लिखकर अरावली की नई परिभाषा वाले सुप्रीम कोर्ट के 20 नवंबर के फैसले पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि हालिया फैसले से अरावली में खनन को बढ़ावा मिलेगा और थार मरुस्थल के दिल्ली तक फैलने का खतरा है.

अनंतनाग में एक कार्यक्रम के दौरान पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने देश में बढ़ती भीड़ और हिंसा को लेकर तीखा बयान दिया. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने जिस भारत की कल्पना की थी, वह अब ‘लिंचिस्तान’ में बदल गया है. उन्होंने इसे देश के भविष्य के लिए खतरनाक बताया. महबूबा मुफ्ती के अनुसार, देश को ऐसे माहौल से बाहर निकालने के लिए गंभीर आत्ममंथन की जरूरत है.







