
कियारा ने समझा दीपिका पादुकोण का दर्द, वर्किंग मॉम होने पर बोलीं- 'सम्मान और संतुलन जरूरी
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दीपिका पादुकोण की 8 घंटे शिफ्ट डिमांड पर मिक्स रिस्पॉन्स सामने आया, उन्हें 2 बड़े प्रोजेक्ट्स से हाथ भी धोना पड़ा. लेकिन अब दीपिका के सपोर्ट में कियारा ने बात की है. उनका कहना है कि मानसिक संतुलन बहुत जरूरी है, और दिमागी तौर पर थक जाओ, उससे जरूरी है कि ब्रेक लो.
कियारा आडवाणी और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने जुलाई में अपनी बेटी सरायाह का स्वागत किया. बेटी ने एक्ट्रेस की जिंदगी बदल दी है. अब वो एक हीरोइन होने के साथ-साथ एक फुल टाइम मॉम भी हैं. ऐसे में कियारा दीपिका पादुकोण की 8 घंटे की शिफ्ट वाली मांग से पूरी तरह सहमति रखती हैं. हाल ही में उन्होंने इस बारे में बात की. कियारा ने बताया कि वो अपनी प्रेग्नेंसी के आखिरी 7 महीनों तक काम करती रही थीं.
दीपिका को सही मानती हैं कियारा
ये चर्चा तब शुरू हुई थी जब दीपिका पादुकोण ने, खुद नई मां होने के नाते, 8 घंटे काम करने की मांग की थी. हालांकि उनकी बात नहीं मानी गई और उन्हें दो बड़े प्रोजेक्ट्स छोड़ने पड़े. इस बारे में बात करते हुए वोग इंडिया से कियारा ने मानसिक सेहत को प्रायोरिटी देने की बात कही. उन्होंने कहा- बर्नआउट किसी भी इंडस्ट्री के लिए अच्छा नहीं होता. एक नई मां होने के तौर पर बहुत कुछ करना होता है.
कियारा ने अपने काम और घर दोनों जगह अपनाए जाने वाले अपने तीन शब्दों के मंत्र के बारे में भी बताया- सम्मान, संतुलन और इज्जत. जब उनसे मानसिक थकान दूर करने के तरीके के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि सरायाह की नींद में हंसी की आवाज ही मेरा सबसे बड़ा सुकून है.
दीपिका पादुकोण के फिल्म स्पिरिट छोड़ने के बाद ये अफवाह फैली थी कि उन्होंने 8 घंटे के वर्कडे की मांग की थी, जिसे मेकर्स ने नहीं माना. बाद में ब्रूट इंडिया से बात करते हुए दीपिका ने कहा था कि- मैं पहली एक्ट्रेस नहीं हूं जिसने ऐसा कुछ मांगा हो. कई मेल एक्टर्स सालों से 8 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं, लेकिन वो कभी खबर नहीं बनती.
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