
कालेश्वरम प्रोजेक्टः लिफ्टिंग ए रिवर
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कालेश्वरम प्रोजेक्ट की भव्यता और तकनीक से प्रभावित होकर कोंडापल्ली राजेंद्रा श्रीवत्सा ने ‘लिफ्टिंग ए रिवर’ नामक डॉक्युमेंट्री फिल्म बनाई है. यह डॉक्यूमेंट्री डिस्कवरी चैनल पर 25 जून, 2021 को टेलीकास्ट की जाएगी.
तेलंगाना के सूखा प्रभावित इलाकों की समस्या अब खत्म हो गई है. इस समस्या के हल के लिए गोदावरी नदी पर दुनिया के सबसे बड़े लिफ्ट इरीगेशन प्रोजेक्ट को तैयार किया गया है. इस विशालकाय कालेश्वरम प्रोजेक्ट के ज़रिए गोदावरी नदी पर समुद्रतल से 600 मीटर ऊपर भीमकाय पंपिंग मशीन स्थापित की गई है. इन पंपों के ज़रिए गोदावरी नदी का पानी जलाशयों एवं नहरों में जमा किया जाता है. खास है कि इस पानी से न केवल सूखाग्रस्त इलाकों में निरंतर पानी भेजा रहा है, वल्कि आसपास मौजूद तलाबों और झीलों को भी पुनर्जीवित किया जा रहा है. विश्व के सबसे बड़े लिफ्ट इरीगेशन प्रोजेक्ट “कालेश्वम प्रोजेक्ट” का निर्माण भारतीय कंपनी मेघा इंजीनियरिंग ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (एमईआइएल) ने किया है. इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एमईआइएल ने 15 विशालकाय पंपिंग स्टेशन तैयार किए, जिसमें कुल मिलाकार 104 पंपों की पंपिंग क्षमता 5,159 मेगावाट है. पंपों के ज़रिए नदी के पानी को इस्तेमाल करने का ऐसा नज़ारा दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलेगा.
HMD 101 और HMD 100 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है. ये फोन्स कम कीमत में दमदार फीचर्स के साथ आते हैं. कंपनी ने इन फोन्स को 1000 रुपये से कम के इंट्रोडक्टरी प्राइस पर लॉन्च किया है. HMD 101 में कॉल रिकॉर्डिंग, MP3 प्लेयर और दमदार बैटरी जैसे फीचर्स मिलते हैं. आइए जानते हैं इन फोन्स की कीमत और दूसरे फीचर्स.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.










