'काली' पोस्टर विवाद: लीना मणिमेकलई की पोस्ट 36 घंटे में हटाएं, मध्यप्रदेश सरकार की ट्विटर को चिट्ठी
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Kaali Poster Controversy: मध्यप्रदेश सरकार ने विवादित फिल्म काली से जुड़ी लीना मणिमेकलई की पोस्ट ट्विटर से हटाने के लिए कंपनी को टिट्ठी लिखी है. क्राइम ब्रांच भोपाल ने फिल्म डायरेक्टर लीना के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
Kaali Poster Controversy: काली पोस्टर विवाद पर फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब मध्य प्रदेश सरकार ने ट्विटर से लीना के ट्वीट हटाने के लिए कहा है. एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर भोपाल के DCP (क्राइम) ने ट्विटर के लीगल डिपार्टमेंट को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
चिट्ठी में लीना मणिकेलई के ट्विटर पोस्ट को हटाने के लिए कहा गया है. ये चिट्ठी ट्विटर हेडक्वार्टर को भेजी गई है. पुलिस ने अपनी चिट्ठी में लीना के ट्विट्स के आईपी लॉग की मांग भी की है. पुलिस ने कंपनी से कहा है कि अगले 36 घंटे के अंदर आपत्तिजनक ट्वीट्स हटा लिए जाएं.
इसके साथ ही क्राइम ब्रांच भोपाल ने फिल्म डायरेक्टर लीना के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इस प्रारूप को ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन को भेजने की तैयारी चल रही है.
नोएडा में भी शिकायत
नोएडा में भी एक सामाजिक कार्यकर्ता ने फिल्म काली की डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि फिल्म के पोस्टर से धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंची. राजन कुमार ने श्री चित्रगुप्त सभा ट्रस्ट नोएडा के जरिए शिकायत की है.
क्या है पूरा विवाद?
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद जीतन राम मांझी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. 44 सालों के पॉलिटिकल करियर में मांझी राज्य सरकार में कई बार मंत्री बन चुके हैं लेकिन पहली बार वो मोदी सरकार में मिनिस्टर बने हैं. मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर इस बार गया (रिजर्व सीट) से चुनाव लड़ा था और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था.