
कार में रोमांस कर रहा था कपल, गाड़ी छीनकर भागे चोर, कपड़े भी ले गए
AajTak
कार एक सुनसान पार्किंग में खड़ी थी. अंदर एक कपल मौजूद था. तभी चोरों का ग्रुप उनपर अटैक कर देता है. एक शख्स जबरन कार का गेट खोलता है, जबकि दूसरा कपल का सामान छीनने लगता है. कपल जब इसका विरोध करते हैं तो वो उन्हें धमकाने लगते हैं. पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई.
एक कपल रात में अपनी कार के अंदर बैठे हुए रोमांस कर रहे थे. तभी उनके साथ ऐसा हादसा हो गया, जो उन्हें ताउम्र के लिए बुरी याद दे गया. दरअसल, सुनसान जगह कार पार्क कर खड़े कपल पर क्रिमिनल्स की नजर पड़ गई. जिन्होंने ना सिर्फ कपल के पर्स और मोबाइल चुरा लिए, बल्कि दोनों के कपड़े भी लेकर भाग गए.
17 अगस्त को हुई ये घटना ब्राजील की है, जिसका सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कपल सफेद रंग की कार के अंदर रोमांस कर रहे थे. तभी चोरों का एक ग्रुप उन्हें घेर लेता है. चोरों ने कपल के पैसे और कपड़े लूटकर उन्हें यूं ही बीच सड़क नेकेड हालत में छोड़ दिया.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना रात को करीब साढ़े 9 बजे घटी थी. कार एक सुनसान पार्किंग में खड़ी थी. अंदर एक कपल मौजूद था. तभी चोरों का ग्रुप उनपर अटैक कर देता है. एक शख्स जबरन कार का गेट खोलता है, जबकि दूसरा कपल का सामान छीनने लगता है. कपल जब इसका विरोध करते हैं तो वो उन्हें धमकाने लगते हैं.
इतना ही नहीं चोरों ने कपल को बाहर खींचकर उनकी कार भी हथिया ली. कपल की कार छीनकर भागते हुए उन्होंने उनके कपड़े खिड़की से बाहर फेंक दिए. जिसके बाद कपल ने तुरंत अपने कपड़े उठाकर पहन लिए. हालांकि, कुछ कपड़े कार में ही रह गए थे.
घटना का सीसीटीवी सामने आने के बाद पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील में पब्लिक प्लेस में संबंध बनाना गैरकानूनी है. ऐसे में कपल को जुर्माने के साथ-साथ जेल की सजा भी काटनी पड़ सकती है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






