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कांग्रेस, DMK, TMC, JDU... विपक्षी बैठक में जुट रहे दलों की लोकसभा में ताकत कितनी?
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बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हो रहे दल 2024 के चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को शिकस्त देने की हुंकार भर रहे हैं. जानते हैं कि इन दलों की लोकसभा में ताकत कितनी है? किन-किन राज्यों में किस दल की सरकार है?
विपक्षी एकजुटता को लेकर आज बिहार की राजधानी पटना में दिग्गजों का जमावड़ा लगना है. विपक्षी दलों की इस महाजुटान में कुल 17 दलों को शामिल होना था लेकिन यूपी में समाजवादी पार्टी की गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) शामिल नहीं हो रही है. इसके पीछे वजह बताया जा रहा है पार्टी के प्रमुख जयंत चौधरी का देश से बाहर होना. जयंत चौधरी लंदन में हैं और बैठक में पार्टी प्रमुखों के शामिल होने की बात है, ऐसे में आरएलडी का कोई प्रतिनिधि इस बैठक में नहीं होगा.
मुख्यमंत्री आवास पर होने जा रही इस बैठक में जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल की ओर से तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शामिल होंगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी भी बैठक में मौजूद रहेंगी.
विपक्ष के इस महामंथन में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी दल एक मंच पर किस तरह आ सकते हैं? इस पर चर्चा होनी है. विपक्षी दलों के नेता बार-बार ये दावे कर रहे हैं कि अगर सभी दल एकजुट हो गए तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को हराया जा सकता है. अब सवाल ये है कि नीतीश कुमार की इस बैठक में शामिल होने जा रहे दलों की ताकत क्या है जो वे इतने आत्मविश्वास के साथ बीजेपी से न सिर्फ लड़ने, बल्कि हराने की बात कर रहे हैं?
किस पार्टी की ताकत कितनी, किस राज्य में सरकार
विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम नीतीश कुमार ने शुरू की थी. बिहार के मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की बात करें तो पार्टी बिहार के साथ ही पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में भी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराती रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो बिहार की 16 लोकसभा सीटों पर जेडीयू का कब्जा है. बिहार में पार्टी के 45 विधायक और 23 एमएलसी हैं.
आरजेडी की मौजूदगी लोकसभा में शून्य है. हालांकि, बिहार में पार्टी 79 विधानसभा सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. बिहार में जेडीयू और आरजेडी की गठबंधन सरकार है जिसमें कांग्रेस भी शामिल है. लोकसभा में कांग्रेस के 49 सांसद हैं. कांग्रेस पार्टी की हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार है. कांग्रेस बिहार के साथ ही झारखंड में भी सत्ताधारी गठबंधन में शामिल है.
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