कन्हैया हुए कांग्रेसी, जेएनयू विवाद से चर्चा में आए युवा नेता पर दर्ज हैं ये आपराधिक केस
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2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई ने कन्हैया को उनके गृह जनपद बेगूसराय से मैदान में उतारा था. उस वक्त नामांकन के समय जो हलफनामा कन्हैया कुमार ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दिया था, उसमें पांच मामलों का जिक्र किया गया था.
छात्र नेता से नेता बने कन्हैया कुमार ने कांग्रेस का 'हाथ' थाम लिया है. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. कन्हैया कुमार का जीवन छात्र राजनीति के दिनों से ही चर्चा में रहा है. एक समय पर कन्हैया के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. यही वजह है कि अब कांग्रेस में उनकी एंट्री को लेकर बीजेपी हमलावर नजर आ रही है. मगर कन्हैया के खिलाफ केवल देशद्रोह का ही मामला नहीं है और मामले भी उनके खिलाफ दर्ज हैं.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.