कनाडा की ट्रूडो सरकार ने मुसलमानों के लिए उठाया ऐसा कदम, लगने लगा वोट के लिए तुष्टिकरण का आरोप
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कनाडा सरकार ने अपने वार्षिक बजट में मुसलमानों के लिए हलाल मोर्गेज (लोन) शुरू करने की घोषणा की है. इसके तहत मुसलमानों को सरकारी कर्ज पर ब्याज से छूट मिलेगी. ट्रूडो सरकार के इस कदम को वहां के लोग तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करार दे रहे हैं.
कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने मंगलवार को वार्षिक बजट पेश किया है. इस बजट में मुसलमानों के लिए हलाल मोर्गेज (लोन) शुरू करने और विदेशियों के लिए देश में जमीन खरीदने पर दो साल के प्रतिबंध लगाने की घोषणा भी की गई है. ट्रूडो सरकार के इस वार्षिक बजट की कुछ कनाडाई नागरिक कड़ी आलोचना कर रहे हैं.
कनाडाई सरकार इस वार्षिक बजट की मदद से लोगों के लिए वित्तीय सुविधाओं का दायरा बढ़ाने की कोशिश कर रही है. इसी उद्देश्य से इस बार के बजट में हलाल मोर्गेज शुरू करने की घोषणा की गई है. कनाडाई सरकार का यह कदम मुस्लिम समुदाय पर विशेष ध्यान देने और इच्छुक कनाडाई लोगों को जमीन उपलब्ध कराने की मुहिम का हिस्सा है.
ट्रूडो सरकार की ओर से साल 2024 के लिए बजट में टैक्स ट्रीटमेंट में बदलाव या फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए एक नया नियामक बनाने की भी बात कही गई है. जिससे उपभोक्ता की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
हलाल मोर्गेज क्या है?
हलाल मोर्गेज इस्लामिक शरिया कानून का हिस्सा है. हलाल मोर्गेज सूदखोरी यानी ब्याज वसूलने पर प्रतिबंध लगाता है. यहूदी और ईसाई धर्म में भी सूदखोरी को पाप के रूप में देखा जाता है. इस्लामिक वित्तीय संस्थान कर्ज पर ब्याज की जगह गारंटी के तौर पर संपत्ति गिरवी पर लेते हैं.
संपत्ति के ऊपर लिया जाने वाला लोन मोर्गेज लोन कहलाता है. मोर्गेज लोन में कोई भी व्यक्ति अपनी संपत्ति को किसी वित्तीय संस्थान के पास गिरवी रख कर उस पर कुछ राशि लोन के रूप में लेता है और लोन की राशि का भुगतान करने के पश्चात अपनी संपत्ति का स्वामित्व वापिस पा लेता है.