
कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ बंद, संघर्ष समिति के पांच सदस्य भूख हड़ताल पर बैठेंगे
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जम्मू-कश्मीर के कटरा में 250 करोड़ के प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. व्यापारियों, पोनी ऑपरेटरों और श्रमिकों ने बंद का आह्वान कर प्रोजेक्ट को रद्द करने की मांग की. उनका कहना है कि यह परियोजना 60,000 परिवारों की आजीविका छीन लेगी. यह रोपवे ताराकोट मार्ग से सांझी छत को जोड़ेगा.
जम्मू-कश्मीर के कटरा में 250 करोड़ रुपये के रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ बुधवार को बंद रखा गया. यह रोपवे ताराकोट मार्ग से सांझी छत को जोड़ेगा, जिससे माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर तक जाने में सुविधा होगी. स्थानीय व्यापारियों, पोनी ऑपरेटरों और पालकी चलाने वालों ने इस प्रोजेक्ट को अपनी आजीविका के लिए खतरा बताया है.
माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने इस प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए शालिमार पार्क से एक बड़ी रैली निकाली. प्रदर्शनकारियों ने काले बैंड पहनकर और पोस्टर लेकर श्राइन बोर्ड और इस योजना के खिलाफ नारेबाजी की.
रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ बुधवार को बंद रखा गया
संघर्ष समिति के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जम्वाल ने कहा कि यह प्रोजेक्ट 60 हजार परिवारों के लिए संकट पैदा करेगा. इसमें होटल व्यवसायी, दुकानदार, पोनी ऑपरेटर, श्रमिक और ट्रांसपोर्टर सभी शामिल हैं. हम चाहते हैं कि सरकार इस प्रोजेक्ट को रद्द करे.
प्रदर्शनकारियों ने पांच सदस्यों की भूख हड़ताल का भी ऐलान किया और उपराज्यपाल या गृह मंत्री से लिखित आश्वासन मांगा कि यह प्रोजेक्ट रद्द किया जाएगा. पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने भी प्रदर्शन में भाग लिया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर तक समाधान का वादा किया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
यह प्रोजेक्ट ना केवल हमारी आजीविका के लिए खतरा है बल्कि हमारी धार्मिक भावनाओं को भी आहत करता है. कटरा के बंद के कारण स्थानीय जीवन प्रभावित हुआ और सड़कों पर वाहन कम नजर आए. समिति का कहना है कि वो अपनी आजीविका और अधिकारों की रक्षा के लिए यह लड़ाई जारी रखेंगे.

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