
कंबोडिया में बर्ड फ्लू से 11 साल की लड़की की मौत, WHO ने जताई चिंता
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कंबोडिया में 11 वर्षीय लड़की की H5N1 वायरस बर्ड फ्लू के संक्रमण से मौत हो गई. 2014 के बाद से यह दक्षिण एशियाई देश का H5N1 वायरस संक्रमण का पहला ज्ञात मामला था. स्वास्थ्य मंत्री मैम बुन्हेंग ने द इंडिपेंडेंट को ये जानकारी दी है.
कंबोडिया के प्री वेंग प्रांत की एक 11 वर्षीय लड़की की H5N1 वायरस बर्ड फ्लू के संक्रमण से मौत हो गई. 2014 के बाद से यह दक्षिण एशियाई देश का H5N1 वायरस संक्रमण का पहला ज्ञात मामला था. स्वास्थ्य मंत्री मैम बुन्हेंग ने द इंडिपेंडेंट को ये जानकारी दी है. ग्रामीण प्री वेंग प्रांत की बच्ची तेज बुखार और खांसी से गंभीर रूप से बीमार पड़ गई. बुधवार को उसकी हालत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए नोम पेन्ह में बच्चों के राष्ट्रीय अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया. यहां उसने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बुधवार को उसकी मौत हो गई. उसके पिता और 11 अन्य, जिनमें बीमारी लक्षण दिखाई दे रहे थे, वे सभी वायरस की चपेट में पाए गए हैं. डब्ल्यूएचओ महामारी और महामारी की तैयारी और रोकथाम निदेशक सिल्वी ब्रायंड ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, कंबोडियाई अधिकारियों के साथ मामले और अन्य लोगों की टेस्टिंग को लेकर निकट संपर्क में थी.
ब्रायंड ने जेनेवा में आयोजित एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में एएफपी को बताया, "अभी यह कह पाना जल्दबाजी होगी कि क्या यह एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है या एक ही हवा में सांस लेने से." कंबोडियाई स्वास्थ्य अधिकारियों ने लड़की के गांव के पास से मृत पक्षियों के नमूने एकत्र किए और लोगों से मृत या बीमार जानवरों और पक्षियों को न रखने का आग्रह किया है. साथ ही स्थानीय लोगों को वायरस के मद्देनजर एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह दी गई है.
यूएस सीडीसी के अनुसार, एवियन इन्फ्लुएंजा या बर्ड फ्लू का मनुष्यों में संक्रमण एक दुर्लभ मामला है, हालांकि मानव संक्रमण तब हो सकता है जब वायरस किसी व्यक्ति की आंखों, नाक या मुंह में जाता है, या अंदर जाता है. ब्रायंड ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पक्षियों और मैमल्स में फ्लू मामलों में हालिया वृद्धि के कारण स्थिति को "चिंताजनक" बताया है.
ब्रायंड ने कहा, "दुनिया भर में पक्षियों में वायरस के व्यापक प्रसार और इंसान सहित मैमल्स में मामलों की बढ़ती फ्लू की रिपोर्ट को देखते हुए एच5एन1 की स्थिति चिंताजनक है. डब्ल्यूएचओ इस वायरस से जोखिम को गंभीरता से ले रहा है और सभी देशों से सतर्कता बढ़ाने का आग्रह कर रहा है."

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