
'ऑस्कर अकेडमी वाले वही फिल्में लेते हैं जो भारत को गलत दिखाती हैं', बोलीं कंगना रनौत
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बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इंडियन फिल्म्स के ऑस्कर में ना जाने की वजह सामने रखी है. अकेडमी जो फिल्मों को ऑस्कर के लिए चुनती है, उन्हें खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने कहा है कि अक्सर अकेडमी इंडिया वही फिल्में लेती है जो हमें खराब या गंदा दिखाती है.
इंडिया की फिल्में ऑस्कर्स में जाना अपने आप में ही एक बड़ी बात मानी जाती है. इतने सालों में कुछ ही ऐसी फिल्में हैं जिन्हें ऑस्कर्स के नॉमिनेशन में जगह मिली हो. हाल ही में लापता लेडीज फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा गया था, लेकिन अकेडमी ने फिल्म को रिजेक्ट कर दिया था.
कंगना ने ऑस्कर अकेडमी को लताड़ा
लापता लेडीज फिल्म से लोगों को काफी उम्मीदें थी लेकिन फिल्म नॉमिनेट नहीं हो पाई. अब बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इंडियन फिल्म्स के ऑस्कर में ना जाने की वजह सामने रखी है. इन दिनों एक्ट्रेस अपनी आने वाली फिल्म 'इमरजेंसी' को प्रमोट कर रही हैं. इसी बीच वो मीडिया में भी जाकर वहां इंटरव्यू में अपनी फिल्म की बात कर रही हैं.
'इमरजेंसी' फिल्म के सवालों के अलावा कंगना ने ऑस्कर पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अकेडमी जो फिल्मों को ऑस्कर के लिए चुनती है, उन्हें खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने कहा है कि अक्सर अकेडमी इंडिया से वही फिल्में लेती है जो हमें खराब या गंदा दिखाती है या जो एंटी इंडिया होती हैं.
'एंटी इंडिया फिल्में ही जाती हैं ऑस्कर'
कंगना ने कहा, 'अक्सर जो एजेंडा इंडिया के खिलाफ अकेडमी का होता है वो बहुत अलग होता है.जो ऑस्कर चुनती है वो एंटी इंडिया फिल्में होती हैं. और अभी भी एक फिल्म जिसे लोगों का बहुत प्यार मिला था, मैं उसके लिए काफी उत्सुक थी. मैंने उस फिल्म के डायरेक्टर को बोलते हुए सुना था कि इंडिया में धार्मिक दिक्कतों की वजह से आपको प्यार करने की आजादी उतनी नहीं मिलती जितनी मिलनी चाहिए. मैंने अभी तक वो फिल्म नहीं देखी है. ऑस्कर के लिए फिल्म को ऐसा होना चाहिए जो हमारे देश को बुरा और गंदा दिखाए जैसे स्लमडॉग मिलियनेयर. वो फिल्म हमेशा ऐसी ही होनी चाहिए जो देश को गंदा दिखाए.'

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