ऑपरेशन सिल्क्यारा सुरंग के वो 7 'सुपरहीरो'... जिनके जज्बे ने बचाई 41 मजदूरों की जिंदगी
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उत्तरकाशी में सुरंग से मजदूरों को निकालने का ऑपरेशन एक बड़ी टीम की मदद से ही सफल हो पाया है. ये एक टीम की कोशिशों की ही कमाल है, जिसने दुनिया के सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन को कामयाब बना दिया. ऑपरेशन सुरंग के 7 सुपरहीरो ने सबसे बड़े और सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बना दिया.
उत्तरकाशी में सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम पर देश गर्व महसूस कर रहा है. क्योंकि ये वो टीम है, जो पहाड़ का सीना चीरकर सुरंग के अंदर घुसती है. वहां फंसे हुए 41 मजदूरों को बाहर निकालकर लाती है और ये बताती है कि हौसला हो तो, पहाड़ भी झुक जाते हैं. ऑपरेशन सुरंग के 7 सुपरहीरो ने मिलकर सबसे बड़े और सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बना दिया. जानते हैं उन 7 सुपरहीरो के बारे में, जिन्होंने सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए ना सिर्फ सॉलिड स्ट्रैटजी बनाई, बल्कि चट्टान के सामने एक चट्टान की तरह रात और दिन डंटे रहे.
ये हैं ऑपरेशन सुरंग के 7 सुपरहीरो
1- ऑपरेशन सुरंग के हीरो नंबर वन हैं रैट माइनर्स, जिन्होंने ऑगर मशीन टूटने के बाद उम्मीद टूटने नहीं दी और सबसे बड़ी कामयाबी दिला दी. 2- दूसरे हीरो हैं इंटरनेशनल टनलिंग एक्सपर्ट आर्नोल्ड डिक्स, इनको ऑस्ट्रेलिया से बुलाया गया. प्रोफेसर डिक्स भूमिगत और परिवहन बुनियादी ढांचे में विशेषज्ञ हैं. वो भूमिगत निर्माण से जुड़े जोखिमों पर सलाह देने के साथ-साथ भूमिगत सुरंग बनाने में दुनिया के टॉप विशेषज्ञों में से एक हैं.
3 - माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर इस रेस्क्यू ऑपरेशन के तीसरे हीरो हैं, जैसे ही वो इस ऑपरेशन से जुड़े, उन्होंने लगातार टीम का हौसला बढ़ाया. माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट ने ऑगर मशीन से पहाड़ को भेदने का काम अपनी टीम से बखूबी करवाया.
4- जब सिल्कयारा टनल में ऑगर मशीन फंसी, तो एक और हीरो सामने आता है, वो हैं प्रवीण कुमार यादव. मशीन को फिर से चालू करने के लिए 3 घंटे तक अथक परिश्रम किया.
5- सिलक्यारा सुरंग बनाने वाली संस्था- नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद भी इस ऑपरेशन के हीरो बनकर उभरे. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों के साथ मिलकर स्केप टनल और वर्टिकल ड्रिलिंग के काम को पूरा करने के लिए वो जुटे रहे.
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