उम्मीद है कि चीन डिसएंगेजमेंट के लिए मिलकर काम करेगा: विदेश मंत्रालय
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि पैन्ग्योंग झील में सैनिकों की वापसी एक खास कदम था. इस कदम के बाद पश्चिमी सेक्टर में बाक़ी मुद्दों के समाधान के लिए आधार मिला है.
लद्दाख सरहद पर भारत और चीन सेना के बीच तनाव को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वर्तमान हालात लम्बे समय तक बने रहना किसी के हित में नहीं. मंत्रालय ने कहा कि उसे उम्मीद है कि चीन शेष क्षेत्रों में सैनिकों की पूरी तरह जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेगा. बता दें कि शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति को लेकर कहा कि पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के हटने मात्र से ही ऐसा हो सकता है. उन्होंने कहा कि पैंगौंग झील में सैनिकों की वापसी एक खास कदम था. इस कदम के बाद पश्चिमी सेक्टर में बाक़ी मुद्दों के समाधान के लिए आधार मिला है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में शेष मुद्दों का तेजी से समाधान करने पर सहमति बनी है.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
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