उत्तराखंड चुनाव: Yashpal Arya की घर वापसी, कांग्रेस का दलित कार्ड क्या दिखाने लगा असर?
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Congress dalit politics: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यशपाल आर्य के घर पर जाकर ब्रेकफास्ट भी किया लेकिन वो नहीं माने. सूबे में दलित चेहरा माने माने जाने वाले यशपाल आर्य सोमवार को अपने बेटे विधायक के साथ कांग्रेस में घर वापसी कर गए, जो बीजेपी के लिए 2022 के चुनाव से पहले बड़ा झटका माना जा रहा है.
उत्तराखंड में चार महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. पंजाब के बाद कांग्रेस ने उत्तराखंड में भी दलित सीएम बनाने का दांव चला है, जिससे बीजेपी में भी बेचैनी बढ़ गई है. सीएम पुष्कर सिंह धामी का कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के घर पर जाकर ब्रेकफास्ट करना भी बीजेपी के काम नहीं आ सका. सूबे में दलित चेहरा माने माने जाने वाले यशपाल आर्य सोमवार को अपने बेटे विधायक के साथ कांग्रेस में घर वापसी कर गए, जो बीजेपी के लिए 2022 के चुनाव से पहले बड़ा झटका माना जा रहा है.
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डी के जैन ने आजतक से बात करते हुए बार के सदस्यों द्वारा सामना की जाने वाली सभी शिकायतों को उजागर किया, जिसके कारण उन्हें 24 मई को मुख्य न्यायाधीश के रिटायरमेंट समारोह में भाषण देना पड़ा. एडवोकेट जैन हाल ही में 13 मई को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए हैं. उन्होंने इस वर्ष 21 मई को कार्यभार संभाला है.
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