
आवारा कुत्तों के हक में बोलीं रुपाली गांगुली, यूजर ने लगाया बीफ खाने का आरोप, एक्ट्रेस ने दिया जवाब
AajTak
एक यूजर ने रुपाली गांगुली पर आरोप लगाया कि वो खुद को चिकन, बीफ खाती हैं. फिर क्यों आवारा कुत्तों के हक में आवाज उठा रही हैं? शख्स ने लिखा- आप आवारा कुत्तों की वकालत नहीं कर सकतीं. क्योंकि आप चिकन, मटन, बीफ, मछली जैसी चीजें खाती हैं. इसका जवाब देते हुए रुपाली ने खुद को शाकाहारी बताया.
टीवी एक्ट्रेस रुपाली गांगुली ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का विरोध किया है, जिसमें दिल्ली-NCR के आवारा कुत्तों को डॉग शेल्टर्स में डालने का आदेश दिया गया है. रुपाली की तरह जाह्नवी कपूर, रवीना टंडन, भूमि पेडनेकर, जॉन अब्राहम, वरुण धवन समेत कई लोग कोर्ट के फैसले से निराश हैं. रुपाली का यूं आवारा कुत्तों के खिलाफ आवाज उठाना कई को नागवार गुजरा है.
रुपाली को यूजर ने किया ट्रोल एक यूजर ने X पर रुपाली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि वो खुद को चिकन, बीफ खाती हैं. फिर क्यों आवारा कुत्तों के हक में आवाज उठा रही हैं? शख्स ने लिखा- आप आवारा कुत्तों की वकालत नहीं कर सकतीं. क्योंकि आप चिकन, मटन, बीफ, मछली जैसी चीजें खाती हैं. जानवरों से प्यार करने की बात हर जानवर के लिए लागू होती है. आप आवारा कुत्तों के लिए नहीं बोल सकतीं, जब आपके खुद के घर में इसकी एलीट ब्रीड मौजूद हो. जो लोग आवारा कुत्तों की बात करते हैं, उन्हें रोजाना शेल्टर होम जाकर कुत्तों को खाना खिलाना चाहिए.
''उनकी अच्छी देखभाल करें, आप चाहें तो वहां रह सकते हैं कोई आपको नहीं रोकेगा. वरना तो आप पैसे इकट्ठे करके उनके लिए शेल्टर होम बनवा सकते हो. 10 आवारा कुत्तों को गोद लो और दूसरों से भी ऐसा करने को कह सकते हो. उन परिवारों से मिलो जिनके करीबी की रेबीज की वजह से मौत हुई है. रोजाना खबरें देखों. मालूम पड़ेगा कैसे बिना किसी वजह के लगातार कुत्ते काट रहे हैं. या कम से कम इतना कर सकते हैं कि जब तक आपके खुद के परिवार का कोई रेबीज से पीड़ित न हो जाए, इसका इंतजार करें. उस वक्त शायद आप चिल्लाएंगे नहीं.''
रुपाली गांगुली ने तोड़ी चुप्पी शख्स को रुपाली ने जवाब देकर अपना पक्ष सामने रखा. वो लिखती हैं- मैं बेघर जानवरों को रोजाना खाना खिलाती हूं. जिस भी जानवर को मैं खिलाती हूं उनका टीकाकरण और नसबंदी हो चुकी है. केवल अपने शहर में ही नहीं, मैं देशभर के एनिमल शेल्टर और गौशालाओं की मदद करती हूं. मैं गर्व से खुद को शाकाहारी कह सकती हूं. मैं बेघर जानवरों को सपोर्ट करती हूं.
''मेरे घर में एक भी एलीट ब्रीड (महंगी नस्ल) का कुत्ता नहीं है, बल्कि 4 इंडी (देसी) कुत्ते हैं. मेरा बच्चा बचपन से ही इन आवारा जानवरों के साथ रहा है. मेरे बेटे को ना जानते हुए भी उस जानवर ने उसकी मदद की है. वो प्यार और दया को समझते हैं. जो शायद हम इंसान समझना भूल गए हैं. ये धरती सभी की है.''













