
आबादी में अव्वल हुआ इंडिया तो चिढ़ गया चीन, कहा- सिर्फ Quantity नहीं, Quality भी चाहिए
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चीन से पूछा गया कि आबादी में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. इस पर चीनी विदेश मंत्रालय ने ऐसा जवाब दिया मानो वो चिढ़ा हुआ है. चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेंग वेनबिन ये जताने की कोशिश करने लगे कि सिर्फ आबादी का बढ़ना ही काफी नहीं है बल्कि बढ़ती हुई आबादी में काबिलियत भी होनी चाहिए.
बढ़ती जनसंख्या को यूं तो भारत ऐसी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं मानता, लेकिन हिन्दुस्तान का दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाना चीन के लिए चिढ़ने की वजह बन गया है. चीन के विदेश मंत्रालय से पूछा गया कि इंडिया अब चीन को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़े पॉपुलेशन वाला देश बन गया है, इस पर चीन की क्या प्रतिक्रिया है?
इस सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि आबादी का फायदा सिर्फ जनसंख्या बढ़ाने से ही नहीं मिलता है बल्कि इसके लिए उस आबादी में क्वालिटी भी होनी चाहिए. चीन ने कहा कि अभी उसके पास 900 मिलियन यानी कि 90 करोड़ लोगों का वर्कफोर्स है जो चीनी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में सक्षम है.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 19 अप्रैल को 142.86 करोड़ की आबादी के साथ भारत अब चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश हो गया है. चीन अब 142.57 करोड़ की जनसंख्या के साथ दूसरे नंबर है.
'सिर्फ Quantity नहीं, Quality भी चाहिए'
इस बाबत जब चीन के विदेश मंत्रालय से सवाल पूछा गया तो प्रवक्ता वेंग वेनबिन ने कहा, "मैं आपको बताना चाहता हूं कि जनसंख्या से होने वाला फायदा क्वांटिटी पर ही नहीं बल्कि गुणवत्ता पर भी निर्भर करता है, उन्होंने कहा कि जनसंख्या तो अहम है लेकिन इसके साथ टैलेंट भी होना बहुत जरूरी है." उन्होंने कहा कि चीन की आबादी 1.4 बिलियन से अधिक है. कामकाजी उम्र के लोग 900 मिलियन के करीब हैं. इसके अलावा चीन अपनी बुजुर्ग हो रही जनसंख्या से पैदा होने वाली समस्या से निपटने के लिए भी कोशिशें कर रहा है.
वेंग वेनबिन ने कहा कि जैसा कि प्रीमियर ली कियांग ने बताया कि हमारी पॉपुलेशन डिविडेंड खत्म नहीं हुई है और हमारा टैलेंट डिविडेंड भी फल-फूल रहा है और विकास के लिए प्रेरणादायिक साबित हो रहा है.

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