
आधी रात जब बिगड़ी थी गोविंदा की तबीयत, पत्नी-बच्चों को नहीं इस दोस्त को किया फोन
AajTak
गोविंदा बीती अपने घर में बेहोश हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गोविंदा को बीते दिन सुबह से ही कमजोरी और बेचैनी महसूस कर रहे थे. लेकिन रात में अचानक से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. अब वो डिस्चार्ज हो गए हैं.
बॉलीवुड एक्टर गोविंदा को बीती रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था. देर रात बेहोश होने के बाद गोविंदा को हॉस्पिटल ले जाया गया था. लेकिन आधी रात गोविंदा को क्या हुआ था, किसे पहला फोन किया. इस बारे में उनके वकील और दोस्त ललित बिंदल ने बताया.
गोविंदा को हो रही थी बेचैनी
ललित ने बताया कि गोविंदा ने उन्हें कॉल करके अपनी तबीयत बिगड़ने के बारे में बताया था, जिसके बाद वो उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए थे. उन्होंने ये भी बताया कि मंगलवार की सुबह से ही काफी कमजोरी और बेचैनी महसूस कर रहे थे. ललित ने कहा- कल दिन में उन्हें कमजोरी महसूस हो रही थी. वो बेहोश हो गए थे. उसके बाद उनके फैमिली डॉक्टर ने फोन पर उन्हें एक दवाई बताई थी.
'गोविंदा ने बीती रात करीब 8:30-9:00 बजे के बीच दवाई खाई थी. इसके बाद वो अपने कमरे में आराम करने चले गए थे. लेकिन फिर अचानक रात 12 बजे उन्हें बेचैनी महसूस होने लगी, वो कमजोरी और घुटन फील कर रहे थे.'
कब डिस्चार्ज होंगे गोविंदा?
'गोविंदा ने फिर कॉल करके मुझे घर बुलाया. मैं करीब 12:15 बजे उनके घर पहुंचा. डॉक्टर की सलाह के बाद मैं उन्हें फिर हॉस्पिटल लेकर गया. पहले उन्हें इमरजेंसी वार्ड में लेकर गए थे. चेकअप के बाद उन्हें रात 1 बजे एडमिट कर लिया गया था.'

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.

सेलेब्रिटी कॉस्ट्यूम डिजाइनर एश्ले रेबेलो ने ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर होने वाली ट्रोलिंग को गलत बताया. उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या एक ग्लोबल स्टार हैं और उन्हें अच्छे से पता है कि उन्हें क्या पहनना है. वहीं सलमान के बारे में उन्होंने कहा कि एक्टर सिर्फ अपनी सहूलियत पसंद करते हैं और बेहद अच्छे इंसान हैं.









