अलीगढ़ में सियासत को याद आ रहे राजा महेंद्र सिंह, हाथरस में खंडहर बन चुकी है विरासत
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राजनीति करने वालों को लगता है कि याद करने की औपचारिकताओं से लुभाने का खेल खेला जा सकता है. लेकिन इस जल्दबाज़ी में इतिहास की कोई कील छूट ही जाती है और फॉर्मेलिटी की चादर को चीर देती है. आज भले ही राजनीतिक कारणों से राजा महेंद्र सिंह को याद किया जा रहा हो, लेकिन नेताओं को उनकी, उनकी विरासत की कितनी परवाह रही है, इसका सच वो महल, वो दीवारें, वो ज़मीन, वो आंगन खोलकर सामने रख रहे हैं जहां एक-एक कतरे में राजा महेंद्र सिंह अभी भी मौजूद हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अलीगढ़ (Aligarh) दौरे पर जिस राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी (Raja Mahendra Pratap Singh University) का शिलान्यास किया, उन राजा की विरासत यानी कि उनका किला खंडहर बन चुका है. आजतक ने ग्राउंड पर जाकर उनके किले की पड़ताल की. आइए जानते हैं किस हाल में है राजा महेंद्र प्रताप की 'निशानी'.. आपको बता दें कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले की मुरसान रियासत के राजा थे. जाट परिवार से आने वाले राजा महेंद्र के व्यक्तित्व की खासी पहचान रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाने-माने जाट शासक के तौर पर उनको जाना जाता है.अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी, कुमार को पिछले साल अप्रैल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह अरुणाचल प्रदेश के सीएस थे. 60 वर्षीय नौकरशाह पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे. तब 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था.
नांदेड़ के पेंगांगा नदी के किनारे एक परिवार ओपने रिश्तेदार के साथ मटन पार्टी करने गया था. सभी लोगों ने पार्टी में खाना खाया. इसके बाद करीब 5 से 10 लोग नदी में नहाने चले गए. सभी एक-दूसरे पर पानी फेंककर नदी में नहाने का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान एक लड़की डूबने लगी. उसे बचाने गई दो अन्य लड़कियां भी डूब गई.
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डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.