
अमेरिका: खुदकुशी के मामले में भारतीय दूतावास ने दिया दखल, जांच एजेंसियों से साधा संपर्क
AajTak
3 अगस्त को अमेरिका के न्यूयॉर्क में मनदीप कौर (30 साल) ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है. सुसाइड करने से मनदीप ने वीडियो रिकॉर्ड किया और कहा- मेरी मौत के लिए पति और मेरे ससुराल वाले जिम्मेदार हैं. उन्होंने मुझे जीने नहीं दिया. वे पिछले 8 सालों से मुझे पीट रहे हैं. मनदीप यूपी के बिजनौर की रहने वाली थीं.
अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारतीय मूल की महिला मनदीप कौर के सुसाइड मामले को भारतीय दूतावास ने संज्ञान लिया है. इंडियन एंबेंसी ने कहा कि इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क किया. स्थानीय स्तर पर भी बातचीत कर रहे हैं. इसके साथ ही मनदीप के परिवार को हर तरह से मदद देने के लिए तैयार हैं.
बता दें कि 3 अगस्त को अमेरिका के न्यूयॉर्क में मनदीप कौर (30 साल) ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है. सुसाइड करने से मनदीप ने वीडियो रिकॉर्ड किया और कहा- मेरी मौत के लिए पति और मेरे ससुराल वाले जिम्मेदार हैं. उन्होंने मुझे जीने नहीं दिया. वे पिछले 8 सालों से मुझे पीट रहे हैं. मनदीप यूपी के बिजनौर की रहने वाली थीं.
US में भारतीय दूतावास ने बयान जारी किया है. एंबेसी ने कहा कि मनदीप कौर का क्वींस (न्यूयॉर्क) में निधन से हमें गहरा दुख हुआ है. हम संघीय और स्थानीय स्तर पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ-साथ कम्युनिटी के संपर्क में हैं. हम हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं.
मनदीप कौर की बहन कुलदीप कौर ने आरोप लगाया है कि पति रंजोधबीर सिंह और परिजन उससे एक बेटा चाहते थे. ससुराल के लोग दहेज में 50 लाख रुपये की मांग भी कर रहे थे और इसे लेकर मनदीप कौर के साथ मारपीट की जा रही थी. जब ऐसा नहीं हो पाया तो उन्होंने मेरी बहन को सुसाइड के लिए मजबूर किया. मनदीप कौर के ससुराल वाले बेटा चाह रहे थे लेकिन उसे दो बेटियां हो गईं.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कुलदीप कौर ने आरोप लगाया है कि शादी के ठीक बाद से ही मनदीप को प्रताड़ित किया जा रहा था. कुलदीप के मुताबिक मनदीप की शादी फरवरी 2015 में हुई थी. शादी के बाद ही ससुराल के लोग और मनदीप अमेरिका के न्यूयॉर्क चले गए और उसने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







