'अगर खालिस्तानी मुझे गोली ना मारें तो चर्चा के लिए तैयार,' कंगना ने स्वीकार की अमृतपाल की चुनौती
AajTak
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने खालिस्तान मसले पर बहस के लिए वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की चुनौती स्वीकार की है. कंगना ने तंज भी कसा है और कहा- अगर खालिस्तानी मुझे गोली ना मारें तो मैं इस मसले पर बहस करने के लिए तैयार हूं. इससे पहले अमृतपाल ने कहा था- 'हिंदू राष्ट्र पर डिबेट हो सकती है तो खालिस्तान पर क्यों नहीं'.
पंजाब में 'वारिस पंजाब दे' संगठन का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह विवादों में है. अमृतसर के अजनाला थाने में हमला किए जाने के बाद अमृतपाल को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. इस बीच, बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने खालिस्तान मसले पर बहस के लिए अमृतपाल सिंह की चुनौती स्वीकार की है. कंगना ने तंज भी कसा है और कहा- अगर खालिस्तानी मुझे गोली ना मारें तो मैं इस मसले पर बहस करने के लिए तैयार हूं.
कंगना ने ट्वीट किया और लिखा- महाभारत में पांडवों ने राजसूय यज्ञ किया था. अर्जुन स्वयं सभी राजाओं से टैक्स लेने के लिए चीन तक गए थे. तब सभी राजाओं ने युधिष्ठिर को विराट भारत का सम्राट घोषित कर दिया. यहां तक कि जो महायुद्ध हुआ उसे भी महाभारत कहा गया. अमृतपाल मुझसे चर्चा कर लें.
एक्ट्रेस ने लिखा- अमृतपाल ने देश को खुली चुनौती दी है कि अगर कोई उनके साथ बौद्धिक चर्चा करने के लिए तैयार है तो वो खालिस्तान की मांग को सही ठहरा सकता है. कंगना ने आगे कहा- अगर मुझे खालिस्तानियों ने पीटा/हमला नहीं किया या गोली नहीं मारी तो मैं तैयार हूं.
अमृतपाल ने क्या चुनौती दी थी...
अजनाला थाने में बवाल की घटना के बाद अमृतपाल सिंह ने आजतक के साथ बातचीत की थी और कहा था- 'हिंदू राष्ट्र पर डिबेट हो सकती है तो खालिस्तान पर क्यों नहीं'. उसने अपनी मंशा के बारे में कहा- पंजाब में हर गांव में युवा नशे की जद में आ गया. जब मैं यहां आया तो मुझसे यह सब नहीं देखा जाता. खालिस्तान कोई टैबू सब्जेक्ट नहीं है. यहां हिंदू राष्ट्र और सोशलिज्म पर डिबेट हो सकती है. डेमोक्रेसी समेत अन्य मसलों पर भी चर्चा हो सकती है तो खालिस्तान पर चर्चा क्यों नहीं. खालिस्तान पर भी बुद्धजीवियों के बीच डिबेट और डिस्कशन होना चाहिए. अगर यहां बुद्धजीवियों के बीच डिस्कशन होता तो हिंसा नहीं होती.
'मैंने दो साल पहले ही कहा था...'