Vijay Diwas: 'जिसने देश के लिए 32 गोलियां खाईं...', इंदिरा गांधी का नाम गायब होने पर भड़के राहुल
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राहुल गांधी ने कहा कि बांग्लादेश युद्ध को लेकर आज दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया गया. उस समारोह में इंदिरा गांधी का कोई जिक्र नहीं था. जिस महिला ने इस देश के लिए 32 गोलियां खाईं, उनका नाम निमंत्रण में नहीं था क्योंकि यह सरकार सच से डरती है.
देश के पांच राज्यों में आगामी 2022 में चुनाव हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और पक्ष-विपक्ष एक दूसरे के ऊपर हमलावर भी हैं. इसी बीच राहुल गांधी आज गुरुवार को देहरादून पहुंचे जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी. राहुल बोले कि मेरी दादी, पिता देश के लिए शहीद हुए. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बांग्लादेश युद्ध को लेकर आज दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया गया. उस समारोह में इंदिरा गांधी का कोई जिक्र नहीं था. जिस महिला ने इस देश के लिए 32 गोलियां खाईं, उनका नाम निमंत्रण में नहीं था क्योंकि यह सरकार सच से डरती है. प्रियंका गांधी ने भी साधा पीएम मोदी पर निशाना Our first and only woman Prime Minister, Indira Gandhi is being left out of the misogynist BJP government’s Vijay Diwas celebrations. This, on the 50th anniversary of the day that she led India to victory and liberated Bangladesh...1/2 pic.twitter.com/Ymlm57Ji7e
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.