
Vaibhav Lakshmi Vrat: जानें, वैभव लक्ष्मी व्रत कथा का महत्व और पूजा विधि
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Vaibhav Lakshmi Vrat katha- हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और तीज-त्योहारों का विशेष महत्व है. शायद की ऐसा कोई दिन गुजरता होगा, जब कोई खास पूजा का संयोग न बनता हो. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, हर व्रत और अनुष्ठान का अपना अलग महत्व है. सप्ताह के हर दिन के अनुसार व्रत-उपवास करने का विधान है. इसी तरह से शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का व्रत रखा जाता है. इसे 'वैभव लक्ष्मी व्रत' भी कहते हैं.
Vaibhav Lakshmi Vrat katha: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और तीज-त्योहारों का विशेष महत्व है. शायद की ऐसा कोई दिन गुजरता होगा, जब कोई खास पूजा का संयोग न बनता हो. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, हर व्रत और अनुष्ठान का अपना अलग महत्व है. सप्ताह के हर दिन के अनुसार व्रत-उपवास करने का विधान है. इसी तरह से शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का व्रत रखा जाता है. इसे 'वैभव लक्ष्मी व्रत' भी कहते हैं.
सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.

'रात को हमारे फ्लैट में दो लड़कियां आईं थीं...', लड़कों को भारी पड़ा दोस्तों को बुलाना, बताया किस्सा
बेंगलुरु की हाउसिंग सोसाइटी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर दो बैचलर युवक पर उसके मकान मालिक ने 5000 का जुर्माना सिर्फ इसलिए लगा दिया क्योंकि उसके रूम पर दो लड़कियां रात में रुकी थीं.

Aaj 5 December 2025 का पंचांग (Aaj ka Panchang): 5 दिसंबर 2025, दिन- शुक्रवार, पौष मास, कृष्ण पक्ष, प्रतिपदा तिथि, रोहिणी नक्षत्र सुबह 11.46 बजे तक फिर मृगशिरा नक्षत्र, चंद्रमा- वृष राशि में रात 22.15 बजे तक फिर मिथुन में, सूर्य- वृश्चिक राशि में, अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.51 बजे से दोपहर 12.33 बजे तक, राहुकाल- सुबह 10.54 बजे से दोपहर 12.12 बजे तक, दिशा शूल- पश्चिम.









