
'US के साथ नहीं कर पाएंगे कारोबार, कड़े प्रतिबंध लगेंगे', ईरानी तेल खरीदने वाले देशों को ट्रंप की धमकी
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ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा 'अलर्ट: ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पादों की कोई भी खरीद तुरंत बंद होनी चाहिए. कोई भी देश या व्यक्ति जो ईरान से किसी भी मात्रा में तेल या पेट्रोकेमिकल्स खरीदेगा, वह अमेरिका के द्वितीयक प्रतिबंधों के दायरे में आएगा.' उन्होंने आगे लिखा, 'ऐसे देशों या लोगों को अमेरिका के साथ किसी भी रूप में व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी तेल और पेट्रोकेमिकल उत्पादों को खरीदने वाले देशों या व्यक्तियों पर कड़े प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि जो भी ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल्स की खरीद करेगा, उस पर सेकेंडरी सैंक्शन्स (द्वितीयक प्रतिबंध) लागू किए जाएंगे और ऐसे देशों को अमेरिका के साथ किसी भी प्रकार का व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा 'अलर्ट: ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पादों की कोई भी खरीद तुरंत बंद होनी चाहिए. कोई भी देश या व्यक्ति जो ईरान से किसी भी मात्रा में तेल या पेट्रोकेमिकल्स खरीदेगा, वह अमेरिका के द्वितीयक प्रतिबंधों के दायरे में आएगा.' उन्होंने आगे लिखा, 'ऐसे देशों या लोगों को अमेरिका के साथ किसी भी रूप में व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
ट्रंप ने ये चेतावनी ऐसे समय पर दी है, जब दो सप्ताह पहले अमेरिका ने चीन की एक रिफाइनरी शानडोंग शेंगशिंग केमिकल लिमिटेड पर ईरानी कच्चे तेल की एक अरब डॉलर से अधिक की खरीद के लिए प्रतिबंध लगाए थे. अमेरिका ने इसके अलावा उन कंपनियों और जहाजों पर भी कार्रवाई की थी जो ईरानी तेल चीन तक पहुंचाने में शामिल थे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिका आज चीन-आधारित स्वतंत्र रिफाइनरी शानडोंग शेंगशिंग केमिकल कंपनी लिमिटेड पर प्रतिबंध लगा रहा है, जिसने एक अरब डॉलर से अधिक का ईरानी कच्चा तेल खरीदा.
ट्रंप प्रशासन के अनुसार ईरान द्वारा अपने 'शैडो फ्लीट' (गुप्त जहाजी बेड़े) के माध्यम से तेल निर्यात कर राजस्व उत्पन्न करने की कोशिशों को पूरी तरह खत्म करना उनका लक्ष्य है. राष्ट्रपति ट्रंप की अधिकतम दबाव रणनीति के तहत ईरान और उसके सहयोगियों पर सभी प्रतिबंध पूरी सख्ती से लागू किए जाएंगे.
विदेश विभाग ने स्पष्ट किया कि जब तक ईरान अपनी अस्थिर गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए तेल राजस्व का इस्तेमाल करता रहेगा, तब तक अमेरिका ईरान और प्रतिबंधों से बचने की कोशिश करने वाले उसके साझेदारों को जिम्मेदार ठहराता रहेगा.

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