
UNSC में इजरायल के खिलाफ एकजुट हुई इस्लामिक दुनिया, जमकर सुनाया
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अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन गिवीर का विवादित दौरा अब UNSC पहुंच गया है. मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात और चीन ने इस मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में फिलिस्तीन के राजदूत ने इजरायल के राजदूत को जमकर खरीखोटी सुनाई.
इजरायल के नए राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री और धुर दक्षिणपंथी यहूदी नेता इतमार बेन गिवीर का यरूशलम के अल-अक्सा मस्जिद परिसर का औचक दौरा विवादों में है. ये विवाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) तक पहुंच गया जहां संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर ने अपने इजरायली समकक्ष को जमकर खरी-खोटी सुनाई और कहा कि UNSC को चाहिए कि वो इजरायल को रोके. लेकिन अगर UNSC आपको नहीं रोकता है तो हम फिलिस्तीनी लोग आपको ऐसा करने से रोकेंगे.
अल-अक्सा मस्जिद यरूशलम में स्थित है जिसका परिसर 35 एकड़ में फैला है. ये धार्मिक स्थल तीन धर्मों इस्लाम, यहूदी और ईसाई के लिए बेहद अहम माना जाता है. मुसलमान इसे अल-हरम अल शरीफ कहते हैं और मक्का-मदीना के बाद ये उनका तीसरा सबसे महत्वपूर्ण प्रार्थना-स्थल है. यहूदी इसे टेंपल माउंट कहते हैं और ये उनका सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है. ईसाई भी इस जगह को पवित्र मानते हैं. समझौते के मुताबिक, अल-अक्सा परिसर में यहूदियों को अंदर जाने की इजाजत तो है लेकिन वहां प्रार्थना करने की नहीं.
UNSC में भड़के फिलिस्तीन के राजदूत
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीन के राजदूत ने सामने बैठे अपने इजरायली समकक्ष गिलाद एर्दन से कहा, 'मेरी बात ध्यान से सुनें, परिषद को चाहिए कि वो आपको ऐसा करने से रोकें. ये उसकी जिम्मेदारी है. ये सभी देशों की जिम्मेदारी है कि वो अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखें और अल-हरम अल-शरीफ (मुसलमानों के बीच मशहूर अल-अक्सा मस्जिद परिसर का पवित्र स्थल) की ऐतिहासिक यथास्थिति को बनाए रखें.'
उन्होंने आगे कहा, 'सभी देशों को आपको रोकना चाहिए. लेकिन अगर वो ऐसा नहीं करते तो आप ये समझने की गलती न करें कि हम चुप बैठेंगे. अगर आपको वो नहीं रोकेंगे तो हम फिलिस्तीनी लोग रोकेंगे.'
संयुक्त राष्ट्र की ये आपात बैठक मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात और चीन की पहल पर बुलाई गई थी.

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