UNSC की बैठक में भारत की दो टूक, कहा- आतंकवादियों से निपटने में दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए
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UNSC की बैठक में भारत ने आतंकवाद को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. मीटिंग में भारत की ओर से कहा गया है कि आतंकवादियों से निपटने में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही कहा कि हाल ही में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर कई हमले हुए, जो कि बेहद खतरनाक हैं.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में ऐसे देशों पर जमकर निशाना साधा जो कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को चिह्नित करने में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं. साथ ही कहा कि काबुल में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर हुए हमले बेहद खतरनाक स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं.
आतंकवादी गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा विषय पर यूएनएससी में भारत ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर कई हमले हुए. जिसमें काबुल में 18 जून को सिख गुरुद्वारे पर हुआ हमला भी शामिल है. इसके बाद 27 जुलाई को उसी गुरुद्वारे के पास एक और बम विस्फोट की घटना हुई, जो कि बेहद खतरनाक है. भारत ने कहा कि आतंकवादियों से निपटने में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए.
भारत ने कहा कि हमें आतंकवाद का लेबल लगाने से बचना चाहिए. साथ ही कहा कि बिना औचित्य वाले अनुरोधों को लिस्टेड करने पर रोक लगाने और ब्लॉक करने की प्रथा समाप्त होनी चाहिए. दरअसल, भारत वर्ष 2022 के लिए सुरक्षा परिषद आतंकवाद-रोधी समिति का अध्यक्ष है.
भारत ने कहा कि यह सबसे खेदजनक है कि दुनिया के कुछ सबसे कुख्यात आतंकवादियों से संबंधित वास्तविक और साक्ष्य-आधारित लिस्टिंग प्रस्तावों को रोक दिया जा रहा है. दोहरे मानकों की वजह से प्रतिबंध शासन की विश्वसनीयता में लगातार गिरावट आ रही है.
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