
UAE में बदल गए वीजा के नियम, भारतीयों के लिए चिंता या अच्छी खबर?
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संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में एडवांस वीजा सिस्टम को लागू कर दिया गया है. नए नियमों के बदलाव से भारत के भी काफी लोगों पर असर पड़ेगा. क्योंकि काफी संख्या में भारतीय न सिर्फ यूएई घूमने जाते हैं, बल्कि वहां पर काम भी करते हैं.
यूएई में एडवांस वीजा सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिसका असर वहां पर काम कर रहे प्रवासियों से लेकर विदेशी पर्यटकों तक पर पड़ेगा. साल 2022 में ही अप्रैल महीने में यूएई की कैबिनेट ने नए वीजा नियमों के प्रस्ताव पर मंजूरी दी थी. जिसके बाद सोमवार अक्टूबर 3 से इसे लागू कर दिया गया है. नए वीजा नियमों के लागू करने का मकसद यूएई की इमीग्रेशन और रेजीडेंसी पॉलिसी में बदलाव लाना है.
यूएई सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल सुल्तान यूसुफ अल नाऊमी ने बताया कि यूएई के नए वीजा सिस्टम से न सिर्फ विदेश से आने वाले लोगों की परेशानी दूर और वीजा प्रक्रिया आसान होगी, बल्कि यह कोशिश है जिसके जरिए यूएई को निवास, काम करने और निवेश करने के लिए और ज्यादा अच्छा बनाया जा सके.
क्या हैं यूएई में नए वीजा नियम पहले बात करते हैं ग्रीन वीजा की, जिसका ऐलान सितंबर 2021 में किया गया. ग्रीन वीजा के जरिए विदेशियों को यूएई में पांच साल रहने की अनुमति होती है, इसके लिए उन्हें किसी यूएई नागरिक और एम्प्लॉयर के सहारे की जरूरत नहीं है. इस वीजा के लिए फ्रीलांसर, स्वरोजगार, स्किल्ड वर्कर्स और निवेशक अप्लाई कर सकते हैं. भारतीयों के लिए यह वीजा काफी खास है.
यूएई में जिसके पास ग्रीन वीजा है, उसे और भी फायदे मिलते हैं. ग्रीन वीजा होल्डर अपनी पत्नी या पति, बच्चे और मां-बाप, बहन या भाई को अपने साथ रख सकता है. हालांकि, बच्चों में अगर बेटा है तो उसे 25 साल की उम्र तक ही इसका लाभ मिल सकता है.
खास बात है कि बेटे को लेकर पहले ये उम्र सीमा 18 साल थी. वहीं नए बदलाव के तहत अविवाहित बेटी या अपंग बच्चे के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है. अगर किसी का वीजा खत्म या कैंसिल भी हो गया है तो भी उसे 6 महीने का ग्रेस पीरियड दिया जाएगा.
गोल्डन वीजा के नए नियम यूएई का गोल्डन वीजा जिसे प्राप्त होता है, उसे काफी सारी सुविधाओं का लाभ मिलता है. अगर यह एक बार एक्सपायर हो जाता है तो इसे आगे बढ़वाया जा सकता है. गोल्डन वीजा पर एक बार में 10 साल यूएई में रहा जा सकता है. निवेशक, कारोबारी या रिसर्चर, मेडिकल प्रोफेशनल और साइंस का ज्ञान रखने वाले लोगों को गोल्डन वीजा मिल सकता है.

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