
Thug Life Review: कमल हासन की दमदार एक्टिंग भी नहीं बचा सकी फिल्म, बेहद सुस्त है मणिरत्नम का गैंगस्टर ड्रामा
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'नायकन' जैसी आइकॉनिक फिल्म देने के 37 साल बाद कमल हासन और मणिरत्नम की आइकॉनिक जिओदी एक बार फिर साथ आई है. 'ठग लाइफ' का टीजर, ट्रेलर और गाने बहुत पसंद किए गए थे. फिल्म में कमल के अलावा भी कई दमदार नाम थे. मगर क्या ये फिल्म इन सारे बड़े नामों का कद जस्टिफाई कर पाई? आइए बताते हैं...
मणिरत्नम भारतीय सिनेमा का वो नाम हैं जिनकी बनाई फिल्म के साथ 'निराशाजनक' शब्द लिखने की बात शायद कोई सिनेमा लवर कभी सोच भी नहीं सकता. अबतक की उनकी सबसे कमजोर फिल्मों में भी एक फिल्म फैन के दिमाग को ईंधन देने वाला कुछ न कुछ निकल ही आता था. मगर सबसे पावरफुल फिल्ममेकर्स की ये खासियत होती है कि अपनी फिल्म के साथ 'निराशाजनक' शब्द लिखने का मौका भी वो खुद ही बेहतर तैयार कर सकते हैं. और कमल हासन स्टारर 'ठग लाइफ' मणिरत्नम की तरफ से फैन्स को दिया गया वही मौका है.
एक फिल्म जिसमें कमल हासन गैंगस्टर का लीड किरदार निभा रहे हों. फिल्म में तमिल इंडस्ट्री के दमदार यंग स्टार STR उनके साथी हों. नासर, अशोक सेल्वन और त्रिशा जैसा दमदार एक्टर्स हों. और इस दमदार कास्ट को मणिरत्नम जैसा आइकॉनिक डायरेक्टर डायरेक्ट कर रहा हो... तो ऑडियंस की उम्मीदों का लेवल बहुत ऊपर रहना ही है. मगर 'ठग लाइफ' जिस तरह निराश करती है उसकी उम्मीद शायद ही टीजर-ट्रेलर देखने के बाद कभी किसी ने की होगी.
गैंगस्टर्स के ड्रामा की कहानी 'ठग लाइफ' एक गैंगस्टर रंगराय शक्तिवेल (कमल हासन) की कहानी है, जिसने अपने भाई (नासर) के साथ मिलकर एक गैंगस्टर मंडली खड़ी की है. कहानी 1998 के फ्लैशबैक से शुरू होती है जहां ये गैंगस्टर बंधु एक पुलिस शूटआउट में फंसे हैं. पुलिस को उनके अड्डे तक पहुंचाया है एक दूसरे गैंगस्टर सदानंद (महेश मांजरेकर) ने. इसी शूटआउट के बीच एक अखबार बांटने वाला और उसके बच्चे भी फंस जाते हैं. अखबार बांटने वाले की गोली लगने से मौत हो जाती है.
उसके बेटे को इस अफरातफरी से बचाकर अपनी ढाल बनाते हुए शक्तिवेल भाग निकलता है. जबकि उसकी बच्ची इस अफरातफरी में खो जाती है. अखबार बांटने वाले के बेटे अमर (STR) को शक्तिवेल अपने बेटे की तरह बड़ा करता है और उससे वादा करता है कि चाहे कितना भी वक्त लगे कभी ना कभी उसकी बहन को खोज निकालेगा.
अब बात 2016 में आ गई है, जहां सदानंद मंत्री बन चुका है. उसके बेटे (रोहित सराफ) के साथ अफेयर की वजह से शक्तिवेल के भाई की बेटी आत्महत्या कर चुकी है. दुश्मनी बढ़ गई है, सदानंद का बेटा मारा जा चुका है. शक्तिवेल जेल जा रहा है और जाते-जाते अमर को अपनी जगह खड़ा कर गया है. कुछ गैर-जरूरी सीक्वेंस और शादी ब्याह के एक फंक्शन के बाद शक्तिवेल पर जानलेवा हमला होता है. वो बच तो जाता है मगर उसे शक है कि इसमें अमर भी शामिल था.
ये बात सच है या नहीं ये दिखाने में मणिरत्नम कुछ और वक्त खर्च करते हैं. फिर कुछ देर बाद शक्तिवेल पर नेपाल में एक हमला होता है और ऐसा लगता है कि अब वो नहीं बचेगा. मगर वो ना सिर्फ जिंदा है बल्कि इस बार बौद्ध भिक्षुओं से फाइट करने की स्पेशल ट्रेनिंग भी लेकर लौटा है. अब शक्तिवेल अपने ऊपर हमला करने वाले, अपने ही गैंग के लोगों को खोज रहा है. यहां देखें 'ठग लाइफ' का ट्रेलर:

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












