Shani Dev की उल्टी चाल के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
ABP News
Saturn retrograde 23 may 2021 : शनिदेव 23 मई 2021 से वक्री हो रहे हैं. इससे उनका प्रभाव और दृष्टी की तीक्ष्णता और बढ़ जाएगी. इससे बचने के लिए इन ज्योतिषीय उपायों को अपनाया जा सकता है.
शनिदेव मकर राशि में वर्तमान में मार्गी गति पर हैं. 23 मई 2021 से सूर्य से 120 डिग्री दूर होंगे. इस दूरी के साथ ही शनिदेव की गति वक्री हो जाएगी. यह उल्टी चाल तब तक रहेगी जब तक सूर्यदेव शनिदेव के 120 डिग्री करीब नहीं आ जाते. 11 अक्टूबर 2021 को सूर्यदेव कन्या राशि में शनिदेव के पुनः 120 अंश के करीब पहुंच जाएंगे. इससे शनिदेव पुनः मार्गी हो जाएंगे. शनिदेव की उल्टी चाल के दौरान उनकी दृष्टी और तीक्ष्ण हो जाती है. शनि की ढैया और साढ़े साती से प्रभावित लोगों का संघर्ष बढ़ जाता है. ऐसा न्यायदेवता की गति में सक्रियता से होता है. शनिदेव के प्रभाव से लोगों को शारीरिक मानसिक एवं आर्थिक समस्याओं से गुजरना होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव को आक के फूल चढ़ाएं. शनिवार को आक के फूल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इस फूल से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं. शनिवार के दिन साबुत उड़द को दान करने से भी शनिदेव के अशुभ प्रभाव कम होते हैं. सरसों के तेल का दान करने से भी शनिदेव खुश होते हैं. ॐ शं शनैश्चराय नमः और ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का जाप करें.More Related News