Russia-Ukraine Yudh: रूस-यूक्रेन जंग का तीसरा दिन, क्या लंबी खिंचेगी जंग?
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Russia-Ukraine Yudh: यूक्रेन पर रूस को धावा बोले तीन दिन पूरे होने को हैं, मगर फ़िलहाल जंग थमती दिखाई नहीं दे रही. इन तीन दिनों में रूस की सेना एक-एक कर यूक्रेन के अलग-अलग शहरों की तरफ बढ़ती चली जा रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव तो अब उससे सिर्फ 19 किलोमीचर की दूरी पर है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर उनसे मदद मांगी है. जेलेंस्की ने कहा कि रूस के एक लाख सैनिक इस वक्त यूक्रेन की जमीन पर दाखिल हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में कीव के इर्द गिर्द तेज़ी से हालात बदले हैं. रूसी सेना टैंकों समेत कीव के बाहर खड़ी है. देखिए वारदात का ये एपिसोड.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.