
Russia attack on Ukraine: पुतिन हमलावर हैं, रूस को हमले के नतीजे भुगतने होंगे... यूक्रेन संकट पर बोले राष्ट्रपति बाइडेन
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यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस की निंदा की. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, हमें पहले से अंदेशा था कि रूस यूक्रेन पर हमला करेगा. बाइडेन ने कहा, हम रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाएंगे. पुतिन को हमले के नतीजे भुगतने होंगे. बाइडेन ने कहा, दुनिया के ज्यादातर देश रूस के खिलाफ हैं.
यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस की निंदा की. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, हमें पहले से अंदेशा था कि रूस यूक्रेन पर हमला करेगा. बाइडेन ने कहा, पुतिन हमलावर हैं, उन्होंने युद्ध के रास्ते को चुना. लेकिन पुतिन और उनके देश रूस को इस हमले के नतीजे भुगतने होंगे. बाइडेन ने कहा, दुनिया के ज्यादातर देश रूस के खिलाफ हैं. हम रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाएंगे.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.








