Rishabh Pant IPL 2022: ऋषभ पंत को मिली 'आगबबूला' होने की सजा, प्रवीण आमरे पर लगा एक मैच का बैन
AajTak
मैच में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट पर 222 रन बनाए. जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 8 विकेट पर 207 रन ही बना सकी...
IPL 2022 सीजन में दिल्ली कैपिटल्स (DC) टीम के कप्तान ऋषभ पंत को मैच के दौरान गुस्सा होने की सजा भुगतना पड़ रहा है. आईपीएल ने आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी मानते हुए पंत पर जुर्माना लगाया है. उनके साथ टीम के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर और असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे पर भी जुर्माना लगाया गया है.
दरअसल, दिल्ली टीम ने शुक्रवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच खेला था, जिसमें ऋषभ पंत की टीम को 15 रनों से हार झेलनी पड़ी थी. इसी मैच के आखिरी ओवर में नोबॉल विवाद भी हुआ था. इस दौरान ऋषभ पंत ने गुस्से में अपने बल्लेबाजों को वापस बुलाने का इशारा किया था. इसके लिए उन्होंने आमरे को भी मैदान पर भेज दिया था. शार्दुल ने इस मामले में दोनों का साथ दिया था. इसी को लेकर उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है.
पंत पर मैच फीस का 100% जुर्माना
ऋषभ पंत पर मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया है. उन्होंने इस आरोप और जुर्माने को स्वीकार भी कर लिया है. जबकि शार्दुल ठाकुर पर मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया है. उन्होंने भी इसे स्वीकार किया है. ऋषभ पंत को IPL आचार संहिता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.7 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. जबकि शार्दुल को IPL आचार सहिंता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.8 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया.
आमरे पर लगा एक मैच का प्रतिबंध
अंपायर से बहस करने और अपने खिलाड़ियों को वापस बुलाने के लिए मैदान में अंदर आने वाले दिल्ली टीम के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे को कुछ ज्यादा ही सजा मिली है. उन पर भी मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया है. साथ ही उन्हें अगले एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया है. आमरे को IPL आचार सहिंता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.2 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया है.
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.