
Red Fort Attack 2000: जब लाल किले में घुस गए थे 6 आतंकी, जानिए 22 साल पहले के अटैक केस की पूरी कहानी
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लाल किले में घुसकर हमला कर सेना के दो जवान समेत तीन लोगों की हत्या करने वाले पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक को फांसी पर लटकाया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने उसकी रिव्यू पिटीशन को खारिज कर दिया है. लाल किले पर 22 दिसंबर 2000 को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने घुसकर गोलीबारी की थी.
Red Fort Attack 2000: दिसंबर 2000 में लाल किले में हुए आतंकी हमले के दोषी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक को फांसी पर लटकाया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने उसकी रिव्यू पिटीशन खारिज कर दी है.
चीफ जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस बेला त्रिवेदी की बेंच ने उसकी याचिका खारिज करते हुए कहा कि अगर इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस और कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड को नहीं भी माना जाए, तो भी उसकी सजा को बरकरार रखने के काफी सबूत हैं.
मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक पाकिस्तानी नागरिक है, जो लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है. ट्रायल कोर्ट ने अक्टूबर 2005 में उसे फांसी की सजा सुनाई थी. उसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट और अब सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी फांसी की सजा को बरकरार रखा है. हालांकि, अभी उसकी फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हुई है.
क्या हुआ था लाल किले में?
- 22 दिसंबर 2000 को लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकी लाल किले में घुस आए थे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी. लाल किले पर हुए इस अटैक में सेना के दो जवान समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी.
- इस आतंकी हमले में राइफलमैन उमा शंकर तो मौके पर ही शहीद हो गए थे. जबकि, नायक अशोक कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. अब्दुल्ला ठाकुर नाम के शख्स की भी इस हमले में मौत हो गई थी.

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