
Rasik Dave के जाने से सदमे में केतकी दवे, बोलीं- उनके बिना लाइफ फिर से वैसी नहीं होगी
AajTak
रसिक से केतकी दवे की पहली मुलाकात साल 1979 में हुई थी. दोनों एक प्ले के दौरान मिले थे. अपनी पहली मुलाकात पर बात करते हुए केतकी दवे ने कहा कि हम दोनों जब पहली बार मिले, तो दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे. कई टीवी शोज और प्लेज में हमने साथ काम किया. साल 1983 में शादी रचाई.
थिएटर, फिल्म और टीवी एक्टर रसिक दवे (Rasik Dave) का शुक्रवार देर रात निधन हो गया. पिछले दो साल से वह काफी दर्द में थे. किडनी फेल्यर के कारण उन्होंने दम तोड़ा. पति के इस तरह चले जाने के बाद केतकी दवे (Ketki Dave) सदमे में आ गई हैं. बॉम्बे टाइम्स संग बातचीत में केतकी दवे ने कहा कि रसिक के जाने के बाद उनकी लाइफ वैसी नहीं रहेगी, जैसी पहले हुआ करती थी. पिछले कुछ साल केतकी दवे के लिए काफी मुश्किलों भरे रहे. किडनी के समस्या से जूझ रहे रसिक को केतकी अकेले संभाल रही थीं.
केतकी ने कही यह बात केतकी दवे ने बॉम्बे टाइम्स संग बातचीत में कहा, "रसिक कभी अपनी बीमारी के बारे में बात करना पसंद नहीं करते थे. ऐसे में हम में से किसी ने भी उनकी तबीयत के बारे में किसी को नहीं बताया. वह काफी प्राइवेट इंसान थे. वह भरोसा रख रहे थे कि एक दिन वह जरूर ठीक हो जाएंगे. लेकिन हम लोग कहीं न कहीं जानते थे कि ऐसा नहीं होने वाला है. आखिरी के कुछ दिनों में रसिक ने मुझे कहा था कि उसके जाने के बाद मुझे काम करते रहना है. मुझे एक प्ले करना था, जिसकी ओपनिंग मैं खुद करने वाली थी, लेकिन मैं उस तरह से दिमाग में थी ही नहीं.
केतकी ने आगे कहा कि रसिक लगातार कह रहा था कि मुझे जाना चाहिए. मुझे काम करना बंद नहीं करना है. जब वह बीमार था तब भी कहता था कि एक दिन सबकुछ ठीक हो जाएगा. हमें उम्मीद नहीं खोनी चाहिए. आज मैं अकेले सब मैनेज कर रही हूं. मेरा परिवार साथ है. मेरी मां, मेरे बच्चे, मेरी सास, सभी मेरे बड़े सपोर्ट हैं, लेकिन मैं अपने पति को मिस कर रही हूं."
रसिक से केतकी दवे की पहली मुलाकात साल 1979 में हुई थी. दोनों एक प्ले के दौरान मिले थे. अपनी पहली मुलाकात पर बात करते हुए केतकी दवे ने कहा कि हम दोनों जब पहली बार मिले तो दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे. कई टीवी शोज और प्लेज में हमने साथ काम किया. साल 1983 में शादी रचाई. रसिक बहुत ग्राउंडेड इंसान थे. काफी स्थिर रहते थे. उनमें किसी से जलन या तुलना करने वाली भावना नहीं थी. हमेशा लाइफ में आने वाले उतार-चढ़ाव को वह पॉजिटिवली लेते थे. जब भी हम दोनों की लड़ाई होती थी, वह भी काफी हेल्दी अंदाज में रहती थी. हमने चीजों को सुलझाने में एनर्जी लगाई. शादी के 40 साल रसिक के साथ काफी खुशनुमा बीते. वह एक ऐसे इंसान रहे, जो लाइफ को पूरी तरह जीने में यकीन रखते थे.













